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नई दिल्ली। (Loveleena Borgohain Tokoyo Olympics) लवलीना बोरगोहेन ने सेमीफाइनल में हार के बावजूद इतिहास रचा है. भारत की लवलीना बोरगोहेन को टोक्यो ओलंपिक के महिला मुक्केबाजी (69 किलोग्राम वर्ग) के सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा है। उन्हें तुर्की की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली ने 5-0 मात दी। इसी के साथ लवलीना का गोल्ड मेडल जीतने का सपना टूट गया है। हालांकि, हार के बावजूद ने भारत की झोली में एक ब्रॉन्ज मेडल जरूर दिला गई हैं।
सेमीफाइनल में पहुंचने के साथ ही उन्होंने ये पदक पक्का कर लिया था। इसी के साथ असम की 23 वर्षीय लवलीना टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतकर विजेंदर सिंह (2008) और एम सी मैरीकॉम (2012) की बराबरी कर चुकी हैं। बहरहाल, टोक्यो ओलपिक के सफर में भारत की झोली में ये दूसरा मेडल है। इससे पहले भारत्तोलन में मीराबाई चानू ने भारत के लिए रजत पदक जीता था।

बॉक्सिंग- लवलीना बोरगेहना ने गंवाया सेमीफाइनल

लवलीना बोरगेहना मैच के शुरू से ही मुश्किल में रही। लवलीना ने एक के बाद एक पहला दूसरा और तीसरा राउंड में हार का सामना करना पड़ा। लवलीना ने तीनों राउंड गंवाए। लवलीना को ब्रॉन्ज मेडल से ही संतोष करना पड़ेगा. लवलीना ओलंपिक खेलों में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली तीसरी मुक्केबाज बन गई हैं. वर्ल्ड नंबर वन बॉक्सर के आगे लवलीना ने हालांकि अच्छी फाइट दिखाई. लवलीना के ब्रॉन्ज के साथ ही भारत के टोक्यो ओलंपिक में तीन मेडल हो गए हैं.

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