Prabhat Times
नई दिल्ली। कोरोनाकाल के दौरान हम सभी ने कई विवाह बेहद सादे होते देखे तो कहीं अकेला दूल्हा ही वधु लेकर आते भी देखा। हाल ही में पंजाब के रोपड़ के लड़के की हरियाणा के रायपुररानी में ऐसी ही एक अनूठी शादी हुई। 42 सीटर बस में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए दूल्हे समेत सिर्फ 6 बाराती रवाना हुए। जिनमें 3 महिलाएं थीं। मंगनी व शादी की तमाम रस्में किसी घर या पैलेस में न होकर उसी बस में करा दी गईं।
बीते दिन को रोपड़ के गांव पुरखाली में पोल्ट्री फार्म में काम करने वाले 22 वर्षीय जय राम हरियाणा के रायपुररानी के पास गांव परवाला में वधु को लेने पहुंचा।
जब जयराम की बारात रोपड़ से चलकर हरियाणा के गांव परवाला के एक पोल्ट्री फार्म पहुंची तो वहां पर पोल्ट्री फार्म के मालिक ने इलाके में पूर्ण लॉकडाउन का हवाला देकर वहां शादी करवाने से इनकार कर दिया। इसके बाद दूल्हा-दुल्हन ने बस में ही वरमाला पहनाते हुए एक-दूसरे का होने की कस्में खाईं।

बस में स्वागत

दूल्हे ने दुल्हन की मांग भर कर शादी की रस्म अदा की। मूलत: नेपाल के रहने वाले दूल्हे जयराम ने कहा कि मुझे इस बात का अंदेशा नहीं था कि ऐसा होगा। अगर यह शादी आम दिनों में होती तो 2 दिनों तक प्रोग्राम चलता और पूरे रीति-रिवाजों से शादी होती। शादी में पिता राजिंदर सिंह, जीजा रवि, मामी पूरनी, सुनीता, उनका बेटा संदीप व पुष्पा गए थे। सिर्फ दुल्हन की माता ही बस के अंदर आई थी।
लड़की की माता ने बस की सीढ़ियों पर लड़के को बिठाकर विवाह की रस्में अदा कीं। जिसके बाद लड़की को लाकर बस के बाहर बैठा शगुन डाला गया। दोनों ने बस में ही एक दूसरे को वरमाला डाली और लड़के ने पत्नी की मांग में सिंदूर भरा। खाने पीने का कोई प्रबंध नहीं था। बारातियों ने बस में रखा हुआ ही पानी पीया।

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