Prabhat Times
नई दिल्ली। दुनियाभर की सोशल मीडिया साइट्स (Social Media Websites) के सर्वर भारत से बाहर हैं.
केंद्र सरकार इन कंपनियों पर भारतीय यूजर्स (Indian Users) का निजी डाटा भारत में ही रखने का दबाव बना रही थी.
मोदी सरकार (Modi Government) को इस मामले में बड़ी सफलता मिली है.
अब गूगल (Google), फेसबुक (Facebook), ट्विटर (Twitter) और अमेजन (Amazon) जैसी बड़ी कंपनियां भारत में ही अपना डाटा सेंटर्स (Data Center) बनाएंगी.
इस कड़ी में उत्‍तर प्रदेश (UP) के नोएडा (Noida) में पहले डाटा सेंटर का निर्माण कार्य शुरू हो गया है.
नोएडा में करीब 600 करोड़ रुपये के निवेश वाले डाटा सेंटर के शिलान्‍यास के साथ ही सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने विदेश में डाटा रखने की निर्भरता खत्‍म करने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं. मुंबई का हीरानंदानी समूह 20 एकड़ भूमि पर इस डाटा सेंटर को तैयार करेगा.

डाटा सेंटर का कंपनियां इस काम के लिए करती हैं इस्‍तेमाल

डाटा सेंटर नेटवर्क से जुड़े हुए कंप्यूटर सर्वर का बड़ा समूह है. कंपनियां डाटा स्‍टोरेज, प्रोसेसिंग और डिस्ट्रीब्यूशन के लिए इसका इस्‍तेमाल करती हैं.
उत्‍तर प्रदेश में फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सऐप (WhatsApp), इंस्टाग्राम (Instagram), यूट्यूब (YouTube) जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म के करोड़ों उपभोक्ता हैं.

इन यूजर्स से जुड़ा निजी डाटा सुरक्षित रखना महंगा और मुश्किल काम होता है. इसके अलावा बैंकिंग, रिटेल बिजनेस, स्वास्थ्य सेवा, यात्रा, पर्यटन के साथ ही आधार कार्ड डाटा भी खासा अहम है. इन्‍हें भी इसी डाटा सेंटर में सुरक्षित रखा जा सकेगा.

ये भी पढ़ें