Prabhat Times
पटियाला। राजनीति में फायर ब्रांड के रूप में जाने जाते नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) टवीटर से निकल कर आज खुल कर सामने आए। नवजोत सिद्धू आज पटियाला में खूब गरजे, लेकिन संभावनाओं और चर्चाओं के बिल्कुल विपरीत।
नवजोत सिद्धू ने पत्रकार सम्मेलन में सिर्फ और सिर्फ केंद्र पर लगातार करारे प्रहार किए। लेकिन जब उनसे पंजाब कैबिनेट में वापसी पर बात हुई तो वे प्रैस कान्फ्रैंस खत्म कर चले गए।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने एपीएमसी सिस्टम की हिमायत करते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार इस सिस्टम को खत्म करके पंजाब में किसानों को तबाह करने की साजिश रच रही है।
उन्होंने किसानों और आढ़तियों के बीच दशकों पुराने चले आ रहे संबंधों की हिमायत करते हुए किसानों को डायरेक्ट पेमेंट सिस्टम का विरोध किया।
पटियाला में पत्रकारों से बातचीत में सिद्धू ने कहा कि उन्होंने कहा कि अगर किसानों को डायरेक्ट पेमेंट सिस्टम लागू किया जाता है तो इससे कम से कम 30 फीसद किसानों को उनकी फसलों का भुगतान ही नहीं मिलेगा, क्योंकि जिस जमीन पर वह खेती करते हैं वह किराये पर लेते हैं। उस जमीन के रिकार्ड में संबंधित खेती करने वाले का कोई जिक्र नहीं होता।
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि केंद्र सरकार पीडीएस सिस्टम को खत्म करके गरीब विरोधी एक अन्य फैसला करने जा रही है और इसका लाभ सीधा-सीधा बड़े कारपोरेट घरानों को मिलेगा।
पूर्व कैबिनेट मंत्री सिद्धू ने कहा कि पीडीएस सिस्टम के तहत जहां तीन रुपये किलो के लिहाज से गरीब को अनाज मिलता है, वहीं अगर इस अनाज संबंधी उक्त रकम उसके बैंक खाते में सीधी ट्रांसफर की जाएगी तो उक्त जरूरतमंद व्यक्ति को अनाज की खरीद बाहरी रिटेल मार्केट से करनी पड़ेगी, जो कि रियायती दरों के बजाय सामान्य दरों पर होगी। इससे जरूरतमंद व्यक्ति पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ेगा।

कैबिनेट वापसी सवाल पर खत्म हुई प्रैस कान्फ्रैंस

नवजोत सिद्धू की पूर्व घोषित प्रैस कान्फ्रैंस को लेकर बीती रात से चर्चा तेज हो चुकी थी। हर शख्स की जुबान पर एक ही बात थी की नवजोत सिद्धू की प्रैस कान्फ्रैंस में बड़ा धमाका होगा। हाशिए पर चल रहे सिद्धू कुछ ऐसा कर सकते हैं, जिससे राजनीति समीकरण बदल जाएंगे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
सिद्धू सिर्फ और सिर्फ किसानों के मुद्दे तक ही कैंद्रीत रहे, जब सिद्धू से कैबिनेट में वापसी के संबंध में सवाल पूछा गया तो वह प्रेस कांफ्रेंस खत्म कर चले गए।
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