Prabhat Times

चंडीगढ़। (navjot singh sidhu resign) पंजाब से लेकर नई दिल्ली तक लड़ाई लड़ने नवजोत सिद्धू के पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान पद से अचानक इस्तीफा दिए जाने से राजनीति में बड़ा ब्लास्ट हुआ है। नवजोत सिद्धू के इस्तीफे का ऐलान करते ही कैप्टन अमरिंदर सिंह का बड़ा ब्यान सामने आया है। दिल्ली जाते हुए हवाई सफर शुरू करने से पहले कैप्टन अमरिंद सिंह ने कहा है कि मैं ते पहिलां ही किहा सी कि नवजोत सिद्धू स्टेबल नहीं हैं। खासकर बार्डर स्टेट पंजाब के लिए तो बिल्कुल नहीं। इसी बीच खबर आई है कि इस मुद्दे पर प्रियंका गांधी जल्द ही नवजोत सिद्धू से बात करेंगी।
बता दें कि कुछ देर पहले ही नवजोत सिद्धू ने इस्तीफा दिया। सोनिया गांधी को भेजे इस्तीफे में नवजोत सिंह सिद्धू ने लिखा कि वह पंजाब के भविष्य के साथ समझौता नहीं करना चाहते. सिद्धू ने इस्तीफे की असल वजहों को पत्र में तो नहीं लिखा है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, नए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के साथ उनकी बन नहीं रही थी और उनके कुछ फैसलों से भी सिद्धू खुश नहीं थे. सोनिया को भेजे इस्तीफे में नवजोत सिंह सिद्धू ने लिखा, ‘समझौता करने से इंसान का चरित्र खत्म होता है. मैं पंजाब के भविष्य से समझौता नहीं कर सकता. इसलिए मैं प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देता हूं और आगे कांग्रेस के लिए काम करता रहूंगा.’

सिद्धू के नाराजगी के क्या है कारण

  1. कैबिनेट में जिस तरह पोर्टफोलिया बांटा गया, उससे नवजोत सिंह सिद्धू खुश नहीं थे.
  2. नई कैबिनेट में सुखविंदर सिंह रंधावा को गृह मंत्री बनाया गया है, जबकि नवजोत सिंह सिद्धू और उनके साथी इसका विरोध करते रहे.
  3. अमृतसर सुधार ट्रस्ट का लेटर चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा दिया गया. जबकि सिद्धू इसे सौंपना चाहते थे.
  4. कुछ अफसरों के ट्रांसफर से भी सिद्धू खुश नहीं थे.
इसी महीने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू संग चले लंबे विवाद के बाद अमरिंदर सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का सीएम बनाया था. हाल ही में पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने रविवार को राज्य मंत्रिपरिषद का पहला विस्तार किया. इसमें 15 कैबिनेट मंत्रियों को शामिल किया गया, जिसमें सात नए चेहरे हैं.

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