Prabhat Times 
जालंधर। महामारी में भी कुछ बड़े अस्पताल चांदी कूटने से बाज नहीं आ रहे हैं। कोविड-19 के आरटी-पीसीआर (RT-PCR) टेस्ट के लिए ओवरचार्जिंग करने वाले अतुल्य लैब के खिलाफ डी.सी. घनश्याम थौरी द्वारा कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, जबकि जालंधर के बड़े अस्पताल टैगोर अस्पताल एडं हार्ट केयर सेंटर प्राईवेट लिमिटेड द्वारा मरीज़ों से लिए गए ज्यादा पैसे वापस लौटा कर कानूनी कार्रवाई से बच गए हैं। लेकिन अतुल्य लैब के खिलाफ एक और केस दर्ज करने के आदेश प्रशासन ने पुलिस के दिए हैं।
बता दें कि कोविड-19 के टेस्ट और ईलाज को लेकर सरकार द्वारा रेट निर्धारित किए जा चुके हैं। इसके बावजूद कुछ अस्पतालों द्वारा मरीज़ों को ओवर चार्ज किया जाता है। पिछले दिनों डी.सी. ने ऐलान किया था कि जहां भी अनियमितता पाई जाती है तो उसका स्टिंग करके प्रशासन को दिया जाए। उन्हें ईनाम भी मिलेगा और आरोप साबित होने पर कार्रवाई भी होगी।
पता चला है कि पिछले दिनों एक व्यक्ति द्वारा टैगोर अस्पताल तथा आल इंडिया रेडियो दफ्तर के निकट स्थित अतुल्या लैब में स्टिंग किया गया। आरटी-पीसीआर टेस्ट की ओवरचार्जिंग की वीडियो क्लिप बनाई गई। स्टिंग की सूचना प्रशासन को दी गई। डी.सी. घनश्याम थौरी के निर्देशों पर टैगोर अस्पताल और अतुल्य लैब को नोटिस भेजा गया।
जांच में पाया गया कि टैगोर अस्पताल में लगभग 90 मरीज़ों से 600 से 900 रूपए तक ओवरचार्ज किए गए हैं। जिसके पश्चात अस्पताल को नोटिस दिया गया। प्रशासन द्वारा बताया गया है कि टैगोर अस्पताल द्वारा बताया गया है कि उनके स्टाफ की तरफ गल्ती से ओवरचार्ज किए गए। वे 90 मरीजों से लिए गए ज्यादा रूपए उन्हें वापस कर देंगे और भविष्य में इस और ध्यान रखेंगे।
लेकिन दूसरी तरफ अतुल्य लैब पर लगे आरोप भी सही साबित पाए गए। चूंकि अतुल्य लैब के खिलाफ पहले भी एक केस दर्ज हो चुका है, इस लिए जिला प्रशासन द्वारा इस मामले में अतुल्य लैब के खिलाफ एक और केस दर्ज करने के साथ साथ सेहत विभाग को इस लैब को बंद करने के लिए आथोराईजेशन-फ्रैंचाईजी रद्द की जाए।

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