Prabhat Times
जालंधर। कोविड-19 (Covid-19) के मरीज़ों की कीमती जान बचाने के लिए आक्सीजन गैस के उचित प्रयोग को यकीनी बनाने के कारण डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने पुलिस, एक्साईज़ अधिकारियों को जिले में आक्सीजन की सप्लाई पर 24 घंटे निगरानी रखने के लिए कहा। डी.सी. ने सख्त आदेश दिए है कि जो भी नियमों का पालन नहीं करता उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए।
डिप्टी कमिश्नर ने डिप्टी कमिश्नरज (आबकारी और जीएसटी) को अपने आधिकारियों की विशेष टीमों का गठन करने के लिए कहा, जिससे अस्पतालों की आक्सीजन गैस की उपलब्धता और सप्लाई की जांच की जा सके।
उन्होनें कहा कि सरकार के निर्देशों अनुसार आक्सीजन की स्पलाई अस्पतालों को पहल के आधार पर की जानी है और अस्पतालों की ज़रूरतों पूरी करने के बाद यदि कोई स्टाक बचता है, तो ही छूट दिए 9 उद्योगों को स्पलाई किया जा सकता है।
घनश्याम थोरी ने कहा कि अस्पतालों को दी जा रही कुल सप्लाई और उनके उपभोग, अस्पतालों में आक्सीजन सिलंडरों की कुल माँग और जिले में औद्योगिक इकाईयों में भरे और खाली सिलंडरों की उपलब्धता सहित तीन मुख्य बिंदुयों पर चैकिंग की जानी है।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि सभी स्थानीय अस्पतालों की ज़रूरत पूरी करने के बाद ही छूट दिए गए 9 उद्योगों को ही आक्सीजन गैस की स्पलाई करने की इजाज़त देने के लिए सिर्फ़ दो आधिकारियों को ही अधिकारित किया गया है।
इस दौरान डिप्टी कमिश्नर की तरफ से स्थानीय पुलिस आधिकारियों को आक्सीजन सिलंडर ले जाने वाले वाहनों की चैकिंग करने के निर्देश दिए गए ,चाहे यह स्पलाई अस्पतालों या अन्य संस्थानों को दी जा रही है।
उन्होनें कहा कि यदि वाहन सहायक कमिश्नर हरदीप सिंह और डिप्टी डायरेक्टर स्थानीय निकाय सरकारें विभाग दरबारा सिंह से बिना लिखित मंजूरी के उद्योगों को आक्सीजन गैस की सप्लाई करते हुए देखा गया, तो ऐसे मामलों में सख़्त कानूनी कार्यवाही की जायेगी।
डिप्टी कमिश्नर ने प्राईवेट अस्पतालों के लिए नियुक्त किये नोडल अधिकारियों को तुरंत अपने निर्धारित किए अस्पतालों के साथ संपर्क करने और उनको अपनी बैड सामर्थ्य का कम से कम 75 प्रतिशत कोविड -19 के मरीज़ों के लिए आरक्षित रखने के लिए कहा।
उन्होनें इन नोडल अधिकारियों को इन अस्पतालों में आक्सीजन सिलंडर के प्रयोग की जांच करते हुए अस्पतालों को आक्सीजन कंसनटरेटर खरीदने और पी.एस.ए. आधारित आक्सीजन प्लांट लगाने की अपील करने की भी हिदायत की।
ज़िक्रयोग्य है कि ज़िला प्रशासन की तरफ से इस गैस की भारी माँग को कम करने के लिए अपना आक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाने के इलावा सिविल अस्पताल के लिए पाँच आक्सीजन कंस्टनटरेटरज़ का आर्डर दिया गया है।
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