Prabhat Times
जालंधर। कोरोना मरीज़ों (Covid Patient) की मजबूरी का फायदा उठा कर अपनी तिजोरियां भरने में लगे कुछेक अस्पताल (Hospital) व स्कैन सैंटरों (Scan Centre) के खिलाफ प्रशासन लगातार सख्त एक्शन ले रहा है। डी.सी. घनश्याम थौरी द्वारा आज जालंधर के शमशेर अस्पताल के खिलाफ अपराधिक केस दर्ज करने के निर्देश दिए तथा साथ ही कपूरथला चौक में स्थित मशहूर कैप-स्कैन को ओवरचार्जिंग के आरोपों के तहत शो-काज़ नोेटिस दिया है।
जानकारी के मुताबिक डी.सी. घनश्याम थौरी द्वारा जारी निर्देशों में शमशेर अस्पताल के खिलाफ केस दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। डी.सी. ने बताया कि कुछ दिन पहले मरीज़ की मौत के बाद परिजनों द्वारा दी गई शिकायत पर कार्रवाई करते हुए अस्पताल की कोरोना मरीज़ों को दाखिल करने पर प्रतिबंध लगाया था। अब जांच में खुलासा हुआ है कि अस्पताल में कोविड-19 के लिए जारी गाइडलाइंस के मुताबिक मरीज़ों का ईलाज नहीं किया जा रहा था।
साथ ही जांच में ये भी पाया गया है कि मरीज़ों के ईलाज में एक्सपायर्ड दवाईयां का प्रयोग किया गया साथ ही सबसे बड़ा ब्लंडर ये किया गया कि अस्पताल की जिस लैब में टेस्ट किए जा रहे थे वो लैब ही मंजूरशुदा नहीं है। इन तथ्यों के सामने आने पर कमेटी द्वारा शमशेर अस्पताल के प्रबंधन पर केस दर्ज करने के लिए रिकमैंड किया। कमेटी रिपोर्ट के आधार पर आज डी.सी. घनश्याम थौरी ने पुलिस कमिश्नर के केस दर्ज करने के लिए कहा है।

कैप-स्कैन एडं डायगनोस्टिक सैंटर पर ओवरचार्ज का आरोप

इसी बीच डी.सी. घनश्याम थौरी द्वारा आज कपूरथला चौक में मशहूर कैप-स्कैन एडं डायगनोस्टिक सैंटर को भी शो-काज़ नोटिस दिया गया है। कैप स्कैन पर कोविड पेशेंट की सी.टी. स्कैन के लिए ओवरचार्ज का आरोप है।
डी.सी. ने बताया कि एडवोकेट डी.एस. बावा ने दी शिकायत में बताया कि उनसे सी.टी. स्कैन के लिए 5000 रूपए की मांग की गई। जबकि सरकार द्वारा रेड 2000 रूपए फिक्स किया गया है। स्कैन सेंटर द्वारा सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस का उल्लंघन किया है। डी.सी. द्वारा शिकायत के आधार पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

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