Prabhat Times
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( pm narinder modi) ने मंगलवार को देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि लॉकडाउन भले ही चला गया हो, लेकिन वायरस नहीं गया है।
उन्होंने कहा कि बीते 7-8 महीने में हर भारतीय प्रयास से आज देश जिस संभली स्थिति में है उसे बिगड़ने नहीं देना है और अधिक सुधार करना है।
उन्होंने कोरोना के खिलाफ तीन मंत्र दिए- 2 गज की दूरी, समय-समय पर साबुन से हाथ धुलना और मास्क का ध्यान रखिए।
पीएम मोदी ने कहा कि देश में आज रिकवरी रेट अच्छी है, मृत्युदर कम है। उन्होंने कहा कि प्रति दस लाख पर पांच हजार लोगों को कोरोना हुआ है।
जबकि अमेरिका और ब्राजील जैसे देशों में यह आंकड़ा 25 हजार के पास है। भारत में प्रति दस लाख पर मौत 83 है जबकि अमेरिका सहित अन्य देशों में यह 600 के पार है।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि अगर बिना मास्क निकल रहे हैं तो अपने परिवार को, अपने बुजुर्गों की जान को खतरे में डाल रहे हैं।
उन्होंने कहा, संत कबीरदास ने कहा है- पक्की खेती देख के, गरब किया किसान, अजहू जोला बहुत है, गर आवे तब जान।
कई बार हम पक्की हुई फसल देखकर ही अति आत्मविश्वास से भर जाते हैं कि अब तो काम हो गया। लेकिन, जब तक फसल घर न आ जाए तब तक काम पूरा नहीं मानना चाहिए। यानी, जब तक सफलता नहीं जाए लापरवाही नहीं करना चाहिए।
जब तक इसकी वैक्सीन नहीं मिल जाती, कोरोना के खिलाफ लड़ाई को कमजोर नहीं पड़ने देना है। उन्होनें कहा कि मानव को बचाने के लिए पूरी दुनिया लगी हुई है।
भारत में अभी कोरोना वैक्सीन पर कई काम चल रहा है। कोरोना की वैक्सीन जब भी आएगी, प्रत्येक भारतीय तक जल्द कैसे पहुंचे इसकी तैयारी जारी है। इसके लिए तेजी के साथ काम हो रहा है।
देश में अब तक करीब 75 लाख कोरोना वायरस संक्रमण के मामले आ चुके हैं जबकि इस महामारी से 1 लाख 15 हजार 197 लोगों ने दम तोड़ दिया है।
इससे पहले, पीएम मोदी ट्वीट करते हुए कहा- “आज शाम छह बजे अपने देश की जनता के साथ संवाद साझा करूंगा।”
प्रधानमंत्री ने जनता से अपील करते हुए कहा कि उनसे जुड़ें हालांकि उन्होंने इस बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी है।
उन्होंने पिछले कुछ महीनों के दौरान देश को कई बार संबोधित किया है। इस दौरान उन्होंने भारत में लॉकडाउन लगाए जाने से लेकर कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई और सरकार की तरफ से इसके प्रभाव को कम करने को लेकर उठाए गए कदमों पर पर जनता के साथ संवाद साझा किया।
उनका संबोधन ऐसे वक्त पर होने जा रहा है जब देश में एक साथ कई त्योहार हैं, जैसे- दुर्गा पूजा, दिवाली, छठ। जानकारों ने कोरोना के नियमों की अनदेखी पर चेतावनी दी है।
पीएम मोदी ने देश के नाम 30 जून के अपने संबोधन में यह कहा था कि अनॉलक-1 की शुरुआत के बाद लोग कोविड-19 के रोकथाम का गाइडलाइंस को लेकर लापरवाह हो गए हैं।
उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पर जोर देते हुए इसके महत्व के बारे में समझाया था।