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लुधियाना। (police solves double murder case in ludhiana) लुधियाना के पॉश ईलाके में प्रिंसिपल व उनकी पत्नी की हत्या में बड़ा खुलासा हुआ है।
जिला पुलिस को हिला कर रख देने वाले डबल मर्डर मृतक दंपत्ति के ही बेटे ने सुपारी देकर करवाया था।
खुलासा हुआ है कि माता पिता उसे पैसे नहीं देते थे, इसलिए उसने सुपारी देकर मर्डर करवा दिया।
लुधियाना के GTB नगर में बुजुर्ग दंपती की हत्या बेटे ने ही 2.5 लाख की सुपारी देकर करवाई। पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए चार हत्यारों में से बेटे समेत दो को गिरफ्तार करने का दावा किया है।
दो हत्यारोपी अभी फरार है, पुलिस उनकी धरपकड़ के लिए दबिश दे रही है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से मौका-ए-वारदात से चुराया डीवीआर और वारदात में इस्तेमाल बाइक बरामद की है।
बुधवार को लुधियाना के GTB नगर में एयरफोर्स से रिटायर और स्कूल के डायरेक्टर भूपिंदर सिंह और उनकी पत्नी सुषपिंदर कौर के शव घर की तीसरी मंजिल पर मिले थे।
पुलिस जांच में तीन संदिग्ध लोग CCTV फुटेज में दिखे थे। इनमें एक व्यक्ति DVR ले जाते हुए रिकॉर्ड हुआ था। वहीं पुलिस को घटनास्थल पर संघर्ष का कोई भी निशान नहीं मिला था।
इसके बाद पुलिस ने शंका जाहिर की थी कि घर में फ्रेंडली एंट्री हुई है, इससे साफ जाहिर है कि किसी नजदीकी का ही हाथ है।
पुलिस कमिश्नर डॉ. कौस्तुभ शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बुधवार को मौका-ए-वारदात पर कई क्लू मिले। इससे लग रहा था कि वारदात में किसी नजदीकी का हाथ है।
पुलिस ने जब जांच की तो तीन संदिग्ध CCTV फुटेज में दिखे। इनमें से एक आरोपी डीवीआर ले जाते दिखा था, उसकी पहचान बलविंदर उर्फ राजू के रूप में हुई।
पुलिस टीम ने पहले उसे ही दबोचा और डीवीआर बरामद कर फुटेज देखी तो सारा मामला स्पष्ट हो गया।
उसके बाद पुलिस ने मृतक दंपती के बेटे हरप्रीत उर्फ मनी ग्रेवाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की। हरप्रीत ने पूछताछ में कुबूल किया कि उसने ही तीन लोगों की मदद से वारदात की है।

बेटा बोला- पैसा नहीं देते थे इसलिए मार डाला

हरप्रीत ने बताया कि उसके पिता भूपिंदर सिंह उसे पैसे नहीं देते थे। वह चाहता था कि उसे जायदाद मिले। दूसरा गिरफ्तार आरोपी बलविंदर सिंह उर्फ राजू और उसके दो साथी उससे काम मांगने आए थे।
उसने इस बारे में उनसे बात की तो तीनों उसका काम करने के लिए राजी हो गए। उसने ही सारी योजना बनाई और मंगलवार रात को वारदात को अंजाम दिया। इस काम के लिए 2.5 लाख रुपए में डील हुई थी।

बेटे ने बनाई थी योजना

वारदात को अमलीजामा पहनाने के लिए हरप्रीत ने सारी योजना बनाई। बुधवार तड़के योजना के मुताबिक हरप्रीत ने 3:30 बजे घर का मेन गेट खोला।
तकरीबन 3:54 बजे आरोपी गेट से अंदर दाखिल हुए और सीधे तीसरी मंजिल पर चले गए। तकरीबन एक घंटे उन्होंने इंतजार किया।
भूपिंदर सिंह ने जब अपने कमरे का दरवाजा खोला तो उन्होंने अपने परनों से ही उनका गला घोंटकर हत्या कर दी। शोर सुनकर भूपिंदंर की पत्नी सुषपिंदर कौर ने आवाज दी तो उन लोगों ने वहां पड़े तकिये से मुंह दबाकर उसकी भी हत्या कर दी।

आरोपियों से बात करने के लिए रखा था अलग मोबाइल

पुलिस कमिश्नर कौस्तुभ शर्मा ने बताया कि मृतक के हत्यारोपी बेटे ने एक मोबाइल खास तौर पर इस काम के लिए रखा था।
इस मोबाइल नंबर से आरोपी मनी ग्रेवाल सिर्फ आरोपियों से ही संपर्क करता था। जिस रात वारदात हुई उस रात भी मनी ने आरोपियों से फोन पर बात की और गेट खुला छोड़ दिया।

पिता ही था टारगेट पर, मां का भी हो गया कत्ल

पुलिस के मुताबिक, हमलवारों के निशाने पर भूपिंदर सिंह ही था। बीच बचाव करने आई उसकी पत्नी भी हमलवारों ने निशाने पर आ गई। जब भूपिंदर सिंह ने शोर मचाया तो पत्नी सुषपिंदर कौर उनका बचाव करने आई।
इस आपा-धापी में सुषपिंदर कौर का भी कत्ल हो गया। पुलिस ने इस मामले में मृतक के बेटे हरप्रीत उर्फ मनी ग्रेवाल के साथ बलविंदर सिंह उर्फ राजू को गिरफ्तार कर लिया है।
उसके दो साथी विकास और सुनील कुमार अभी फरार हैं। पुलिस दोनों आरोपियों की धरपकड़ के लिए दबिश दे रही है।

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