Prabhat Times
चंडीगढ़। (punjab election congress candidates 40 names list) पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Elections) से पहले कई कांग्रेस (Congress) नेता भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए हैं. अब खबर है कि कांग्रेस ने इन चिंताओं के बीच 117 सीटों में से 40 पर उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं. हालांकि, 40 नामों की इस सूची पर अभी केंद्रीय चुनाव समिति की मुहर लगना बाकी है. बुधवार को हुए कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी (Congress Screening Committee) की बैठक में ये नाम तय किए गए हैं. इधर, राज्य में सीएम चेहरे को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ अलग-अलग बात कह रहे हैं.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों का कहना है कि पंजाब विधानसभा की 117 सीटों में से 40 पर सहमति बनी है. इनमें कुछ मंत्रियों, विधायकों और 2017 विधानसभा चुनाव में हारने वाले उम्मीदवारों का नाम भी शामिल है. चुनाव समिति ने कम से कम 10-12 सीटों पर सर्वे कराने की बात कही है, जहां एक से ज्यादा उम्मीदवार हैं और वे टिकट हासिल करने के लिए बराबर योग्य हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने बताया, ‘ये नाम फाइनल हैं, लेकिन इस सूची को सोनिया गांधी की अगुवाई वाली CEC से स्टाम्प हासिल करने की जरूरत है. हम नहीं जानते कि CEC की बैठक कब होगी.’ रिपोर्ट के मुताबिक, पता चला है कि अजय माकन के नेतृत्व वाली स्क्रीनिंग कमेटी ने बुधवार को हुई बैठक में भारतीय जनता पार्टी में कांग्रेस नेताओं के जाने पर चर्चा की. कहा जा रहा है कि नेताओं ने कादियां विधायक फतेह जंग सिंह बाजवा के पार्टी बदलने पर भी हैरानी जाहिर की.
बैठक के दौरान यह चर्चा की गई है कि फतेह बाजवा को मख्यालय से किसी ने जानकारी दी है कि उन्हें टिकट नहीं मिलेगा, नहीं तो वे पार्टी नहीं छोड़ते. सूत्रों का कहना है कि AICC सचिव हरीश चौधरी और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी बैठक के दौरान ज्यादातर शांत रहे और पीपीसीसी प्रमुख सिद्धू ने लगभग हर सीट पर अपनी बात रखी.

सी.एम. चेहरे पर फंसा पेंच

सिद्धू लगातार पार्टी हाईकमान से राज्य में सीएम उम्मीदवार के नाम का ऐलान करने की मांग कर रहे हैं. वहीं, जाखड़ ने बुधवार को कहा कि 2017 के चुनाव के दौरान पार्टी अपने रास्ते से भटकी थी और कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम उम्मीदवार घोषित किया था. उन्होंने कहा, ‘नहीं तो, पार्टी सीएम उम्मीदवार की घोषणा नहीं करती है. इस बार भी चुनाव सामूहिक नेतृत्व के चेहरे के साथ लड़े जाएंगे. सीएम का चुनाव विधायक करेंगे.’ खबर है कि माझा से कुछ विधायकों ने चौधरी से मुलाकात की है. इस दौरान उन्होंने सिद्धू के अपनी ही पार्टी पर हमला करने के मुद्दे को उठाया. सिद्धू ने रविवार को एक रैली के दौरान तृप्त बाजवा पर नाम लिए बगैर हमला किया था.

“प्रभात प्रीत” का नवंबर एडीशन देखने के लिए क्लिक करें

ये भी पढ़ें