Prabhat Times
चंडीगढ़। (punjab opinion poll 2022 congress vs aap vs bjp) पंजाब की 117 सदस्यीय विधानसभा सीटों के लिए 20 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव (Punjab Chunav 2022) से पहले जनता का मूड भांपने के लिए Zee News ने DesignBoxed के साथ मिलकर ओपिनियन पोल किया. Zee News-DesignBoxed ने राज्य के 1 लाख 5 हजार लोगों की राय ली.
ओपिनियन पोल (Opinion Poll Punjab) में पंजाब को तीन अलग-अलग क्षेत्रों माझा, दोआबा और मालवा में बांटा गया है. 05 दिसंबर से 16 जनवरी के बीच किये गए ओपिनियन पोल (Punjab Opinion Poll) के दौरान जो डाटा सामने आया उसके हिसाब में पंजाब में किसी भी पार्टी को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है. हालांकि नतीजे 10 मार्च को आएंगे और यह तभी साफ हो पाएगा कि कौन सी पार्टी सरकार बनाती है. वहीं, इस दौरान सीएम के रूप में सबसे ज्यादा लोगों ने सीएम चन्नी को पसंद किया है.
ओपिनियन पोल्स के मुताबिक आम आदमी पार्टी (AAP) को सबसे ज्यादा 36-39, कांग्रेस (Congress) को 35-38, शिरोमणि अकाली दल (SAD) को 32-35, भारतीय जनता पार्टी+ को 4-7 और अन्य को 2-4 सीटें मिलती दिख रही हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 77, SAD को 15, AAP को 20, बीजेपी को 3 और अन्य को 2 सीटें मिली थीं. बता दें कि पंजाब में बहुमत का आंकड़ा 59 है.
सर्वे के मुताबिक कांग्रेस को इस बार काफी नुकसान होता दिख रहा है और उसे इस साल 30% वोट मिलता दिख रहा है. शिरोमणि अकाली दल को 26% और आम आदमी पार्टी को 33 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है. वहीं, बीजेपी + को 6% और अन्य को 5% वोट मिलता दिख रहा है. 2017 के चुनाव में पंजाब में कांग्रेस को 39% प्रतिशत वोट, शिरोमणि अकाली दल को 25%, आप को 24%, भाजपा को 05% और अन्य के खाते में 07% फीसदी वोट आए थे.

माझा इलाके में किसको कितनी सीटें

पंजाब के माझा विधानसभा इलाके में कुल 25 सीटें आती हैं. ओपिनियन पोल्स के मुताबिक यहां कांग्रेस का वोट फीसदी कम होने जा रहा है और उसे 33 फीसदी वोट प्रतिशत मिलने की उम्मीद है. वहीं, शिरोमणि अकाली दल (SAD) को फायदा होता दिख रहा है और उसे 31 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है. आम आदमी पार्टी को 26 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद है. वहीं, बीजेपी को महज 06 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है. इसके साथ-साथ अन्य के खाते में 4 फीसदी वोट जाता दिख रहा है. 2017 में माझा इलाके में कांग्रेस का वोट प्रतिशत 46 था. वहीं, शिरोमणी अकाली दल (SAD) को 25%, बीजेपी को 10%, आम आदमी पार्टी को 14, जबकि अन्य का वोट शेयर 5 फीसदी था.
माझा क्षेत्र में सीटों की बात की जाए तो कांग्रेस (Congress) को 9-10, शिरोमणि अकाली दल (SAD) को भी 9-10, आम आदमी पार्टी (AAP) को यहां 5-6 और बीजेपी+ के खाते में 1-2 सीटें जा सकती हैं. 2017 में कांग्रेस को 22, SAD को 2 और आम आदमी पार्टी और अन्य के खाते में एक भी सीट नहीं गई थी.

दोआब क्षेत्र में कौन सबसे बड़ी पार्टी!

पंजाब के दोआब विधानसभा इलाके में कुल 23 सीटें आती हैं. ओपिनियन पोल्स के मुताबिक यहां भी कांग्रेस को नुकसान होता दिख रहा है. कांग्रेस पार्टी को यहां 30 फीसदी वोट प्रतिशत मिलने की उम्मीद है. वहीं, शिरोमणि अकाली दल (SAD) को फायदा होता दिख रहा है और उसे 33 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है. आम आदमी पार्टी को 25 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद है. वहीं, बीजेपी को महज 07 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है. इसके साथ-साथ अन्य के खाते में 5 फीसदी वोट जाता दिख रहा है. 2017 में माझा इलाके में कांग्रेस का वोट प्रतिशत 37 था. वहीं, शिरोमणि अकाली दल (SAD) को 21%, बीजेपी को 09%, आम आदमी पार्टी को 24, जबकि अन्य का वोट शेयर 9 फीसदी था.
दोआब क्षेत्र में सीटों की बात की जाए तो कांग्रेस (Congress) को 7-8, शिरोमणि अकाली दल (SAD) को भी 9-11, आम आदमी पार्टी (AAP) को यहां 3-4 और बीजेपी+ के खाते में 1-2 सीटें जा सकती हैं. अन्य के खाते में कोई सीट आता नहीं दिख रहा है. 2017 में कांग्रेस को 00, SAD को 00 और आम आदमी पार्टी और अन्य के खाते में एक भी सीट नहीं गई थी.

मालवा में किसे कितनी सीटें मिलने के आसार!

वहीं, पंजाब के मालवा इलाके में विधानसभा इलाके में कुल 69 सीटें आती हैं. ओपिनियन पोल्स के मुताबिक यहां भी कांग्रेस को बड़ा नुकसान होता दिख रहा है. कांग्रेस पार्टी को यहां 29 फीसदी वोट प्रतिशत मिलने की उम्मीद है. वहीं, शिरोमणि अकाली दल (SAD) को 26 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है. आम आदमी पार्टी को 36 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद है. वहीं, बीजेपी+ को 04 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है. इसके साथ-साथ अन्य के खाते में 5 फीसदी वोट जाता दिख रहा है. 2017 में मालवा इलाके में कांग्रेस का वोट प्रतिशत 37 था. वहीं, शिरोमणि अकाली दल (SAD) को 26%, बीजेपी को 03%, आम आदमी पार्टी को 27, जबकि अन्य का वोट शेयर 7 फीसदी था.
मालवा इलाके में आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है. आम आदमी पार्टी (AAP) को यहां 28-30 सीटें मिल सकती हैं. कांग्रेस को यहां बड़ा नुकसान होता दिख रहा और उसे 19-21 सीटें मिल सकती हैं. शिरोमणि अकाली दल (SAD) को भी यहां 13-14, और बीजेपी+ के खाते में 2-3 सीटें जाती दिख रही हैं. अन्य के खाते में 2-4 सीट आता दिख रहा है. 2017 में कांग्रेस को 40, SAD को 08 और आम आदमी पार्टी को 18 और अन्य के खाते में एक भी सीट नहीं आई थी.

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