Prabhat Times
मुंबई। ऑनलाइन सेवाओं में बार-बार तकनीकी समस्या को देखते हुए रिज़र्व बैंक (RBI) ने एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के नये डिजिटल लॉन्च और नये क्रेडिट कार्ड (Credit Card) जारी करने पर रोक लगा दिया है.
आरबीआई ने अस्थाई रूप से यह रोक लगाया है. साथ ही यह भी कहा है कि बैंक बोर्ड (HDFC Bank Board) पता करे कि कैसे बार-बार यह तकनीकी समस्या आ रही है और इसके लिए कौन जवाबदेह है.
दरअसल, एचडीएफसी बैंक में फिर तकनीकी समस्या की वजह से ग्राहकों को परेशानी हो रही थी. बीते दो साल में तीसरी बार ऐसा है, जब इस प्राइवेट बैंक में यह समस्या है.
ऐसे में आपके लिए यह जानना जरूरी है कि एचडीएफसी बैंक के ग्राहक के तौर पर आरबीआई के इस फैसले का क्या असर पड़ेगा?

क्या है आरबीआई का आदेश?

भारतीय रिज़र्व बैंक ने एचडीएफसी बैंक को डिजिटल 2.0 के तहत सभी डिजिटल बिजनेस जेनरेटिंग गतिविधियों के लॉन्च को रोकने के लिए कहा है.
बैंक के उन सभी प्रस्तावित बिजनेस पर रोक लगा है, जिसमें इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होना है.
इसके अलावा नये क्रेडिट कार्ड जारी करने पर भी रोक लग गया है. जब बैंक की तरफ से सभी संबंधित नियामकीय अनुपालन को पूरा कर लिया है, जब ये सभी प्रतिबंध हटा लिए जाएंगे.
एचडीएफसी बैंक ने कहा है कि इस कार्रवाई से बैंक के संचालन पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
बैंक के क्रेडिट कार्ड और डिजिटल बैंकिंग सेवाओं के संचालन पर आरबीआई के इस फैसले का कोई असर नहीं पड़ेगा.
एचडीएफसी बैंक के पास देशभर के 2,848 कस्बों/शहरों में 15,292 एटीएम हैं. एचडीएफसी बैंक ने 1.49 करोड़ क्रेडिट कार्ड और 3.38 करोड़ डेबिट कार्ड जारी किए हैं.

बार-बार क्यों आ रही ये समस्या?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, एचडीएफसी बैंक में इस समस्या की वजह प्राइमरी डेटा सेंटर में पावर फेल्योर है. पहले ही बैंक के सामने ऐसी समस्या आ चुकी है.
इसी को देखते हुए आरबीआई अब इसके डिटेल्स के बारे में जानना चाहता है ताकि बैंक का एटीएम ऑपरेशंस, कार्ड्स और UPI लेन-देन बाधित न हो.

पहले कब आई ऐसी समस्या?

अंतिम बार ऐसी समस्या 21 नवंबर को हुई थी, जिसके बाद आरबीआई ने बैंक से जवाब मांगा था.
इसके पहले भी पिछले साल दिसंबर में ऐसी ही एक बड़ी समस्या सामने आई थी, जिसकी चर्चा सोशल मीडिया तक भी ​थी.
उस दौरान एचडीएफसी बैंक के लाखों ग्राहक लगातार दो दिन तक मोबाइल बैंकिंग/नेट बैंकिंग सेवाओं नहीं प्राप्त कर पाए थे.

ये भी पढ़ें