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नई दिल्ली। (RBI planning regarding 500 and 1000 rupee notes) RBI गवर्नर ने 500 और 1000 रुपये के नोट को लेकर बड़ा ऐलान किया है.

उन्होंने RBI की MPC मीटिंग में बंद हुए नोटों को चल रही अटकलों को लेकर बात साफ कर दी है.

उन्होंने बताया कि 500 के नोटों को बंद नहीं किया जाएगा. और न ही बंद हुए 1000 रुपये के नोट की छपाई दोबारा शुरू होगी.

उन्होंने कहा कि आम जनता को घबराने की जरूरत नहीं है. फिलहाल रिजर्व बैंक का इन 500 की करंसी को बंद करने का कोई प्लान नहीं है.

बता दें, गुरुवार को RBI की MPC बैठक के तीसरे दिन प्रेस कांफ्रेंस के दौरान रिजर्व बैंक के गवर्नर ने बात कही है.

आम जनता के बीच अटकलें लगाई जा रही थीं कि 500 का नोट भी बंद हो जायेगा. जिसको आज RBI गवर्नर ने साफ कर दिया है.

500 रुपये के नोट को लेकर क्या है प्लान?

RBI की मोनेटरी पॉलिसी बैठक के बाद गवर्नर ने कहा कि फिलहाल RBI का 500 रुपये के नोटों को बंद करने का कोई प्लान नहीं है.

बता दें, हाल ही में सरकार ने 2000 के गुलाबी नोटों को सर्कुलेशन से बाहर कर दिया है. जिसके बाद करीब 50% 2000 के नोट बैंकों में जमा किये जा चुके हैं.

1000 रुपये के नोट को लेकर क्या बोले RBI चीफ?

जब से 2000 रुपये के नोटों को सर्कुलेशन से आउट किया गया है. 1000 रुपये के नोटों को वापस लाने की चर्चा जनता के बीच हो रही थी.

लोगों को लग रहा था कि फिर से 1000 रुपये के नोट बाजार में लाए जा सकते हैं. हालांकि, RBI चीफ ने इन अफवाहों पर विराम लगा दिया है.

RBI चीफ शक्तिकांत दास ने कहा कि फिलहाल 1,000 के नोटों को वापस लाने का कोई प्लान नहीं है.

आरबीआई 500 रुपये के नोटों को वापस लेने या 1,000 रुपये के नोटों को फिर से पेश करने के बारे में नहीं सोच रहा है.

आरबीआई गवर्नर जनता से ऐसी अटकलें न लगाने का अनुरोध किया है।

1.80 लाख करोड़ के नोट 2000 के नोट बैंकों में वापस आए

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि 2000 नोटों को चलन से बाहर करने के फैसले के बाद लगभग 50% दो हजार के नोट बैंकों में वापस आ गए हैं।

कुल 3.62 लाख करोड़ के 2000 के नोट 31 मार्च 2023 तक चलन में थे उनमें से 1.80 लाख करोड़ के नोट बैंकों में वापस आ गए हैं।

आने वाले समय में 85% 2000 के नोट बैंकिंग सिस्टम में जमा के जरिए जबकि बाकी नोट एक्सचेंज के जरिए वापस आ जाएंगे।

बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 19 मई को अपने मुद्रा प्रबंधन के हिस्से के रूप में 2,000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोटों को वापस लेने की घोषणा की और1र 23 मई से ऐसे नोटों (एक बार में 20,000 रुपये तक) को बदलने की अनुमति दी.

एक्सचेंज या डिपॉजिट 30 सितंबर 2023 तक किया जा सकेगा। आरबीआई गवर्नर ने लोगों से कहा है कि 2000 रुपये के नोटों को बदलने या जमा करने के लिए घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि अंतिम समय में भीड़ से बचना चाहिए।

पिछले महीने आरबीआई गवर्नर ने कहा था कि 2,000 रुपये के ज्यादातर नोट 30 सितंबर की समयसीमा तक बैंकिंग प्रणाली में वापस आ जाने की उम्मीद है।

मंहगे नहीं होंगे लोन, रेपो रेट बरकरार

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने चालू वित्त वर्ष (2023-24) की दूसरी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दर रेपो को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है.

रिजर्व बैंक के इस कदम से वाहन, मकान और अन्य ऋणों पर ब्याज दर में अभी और बढ़ोतरी नहीं होगी.

केंद्रीय बैंक का नीतिगत दर नहीं बढ़ाने का निर्णय बाजार उम्मीदों के अनुरूप है. इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को भी 6.5 प्रतिशत पर कायम रखा है.

पिछली मौद्रिक समीक्षा बैठक में वृद्धि दर के अनुमान को 6.4 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत किया गया था.

वहीं चालू वित्त वर्ष के लिए मुद्रास्फीति के अनुमान को घटाकर 5.1 प्रतिशत किया गया है. पहले इसके 5.2 प्रतिशत रहने का अनुमान रखा गया था.

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