Prabhat Times
नई दिल्ली। (registration of children between 15 to 18 years from January 1) देश में 3 जनवरी से 15 से 18 साल तक के बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके लिए 1 जनवरी से रजिस्ट्रेशन कराया जा सकेगा. कोविन प्लेटफॉर्म चीफ डॉ. आरएस शर्मा ने बताया कि इसके लिए कोविन ऐप पर रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे.
डॉ. आर. एस. शर्मा ने बताया कि 10वीं का आईडी कार्ड भी रजिस्ट्रेशन के लिए आइडेंटिटी प्रूफ माना जाएगा. ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ स्टूडेंट्स के पास आधार कार्ड या फिर कोई दूसरा पहचान पत्र नहीं होगा.

वैक्सीनेशन के रजिस्ट्रेशन की यह है पूरी प्रक्रिया

  • सबसे पहले कोविन ऐप पर जाएं. अपना मोबाइल नंबर डालें. ओटीपी आएगा, इसे डालकर लॉग इन करें.
  • अब आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, पासपोर्ट, पेंशन पासबुक, एनपीआर स्मार्ट कार्ड, वोटर आईडी, यूनीक डिसएबिलिटी आईडी या राशन कार्ड में से कोई एक फोटो आईडी प्रूफ को चुनें.
  • अपने द्वारा चुनी गई आईडी का नंबर, नाम डालें. इसके बाद जेंडर और डेट ऑफ बर्थ को चुनें.
  • मेंबर ऐड होने के बाद आप अपने निकटतम एरिया का पिन कोड डालें. वैक्सीनेशन सेंटर की लिस्ट आ जाएगी.
  • अब वैक्सीनेशन की डेट, टाइम और वैक्सीन को सिलेक्ट करें. सेंटर पर जाकर वैक्सीनेशन कराएं.
  • वैक्सीनेशन सेंटर पर आपको रिफरेंस आईडी और सीक्रेट कोड की जानकारी देनी होगी. जो आपको रजिस्ट्रेशन करने पर मिलती है.
  • इसी तरह आप अपने लॉग इन से दूसरे मेंबर को जोड़कर उनके वैक्सीनेशन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.

बच्चों को लगेगी सिर्फ कोवैक्सीन

वैक्सीन लेने के लिए पात्र 15 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए, वैक्सीन का विकल्प ‘केवल कोवैक्सीन’ होगा क्योंकि यह भारत में स्वीकृत एकमात्र वैक्सीन है जिसकी 15-18 वर्ष आयु वर्ग के लिए WHO की आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी है। ZyCoV-D नाम से एक दूसरा टीका भी राष्ट्रीय दवा नियामक द्वारा 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए अप्रूव है। इसे गुजरात स्थित Zydus Healthcare द्वारा बनाया गया है। ZyCoV-D को अभी तक टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल नहीं किया गया है।

कोवैक्सिन को 12 से 18 साल के बच्चों पर इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी

देश में अभी 15 से 18 साल के बच्चों को ही कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी. उससे छोटी उम्र के बच्चों के वैक्सीनेशन पर सरकार ने फैसला नहीं लिया है. ड्रग्स कंट्रोलर ने भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को 12 से 18 साल की उम्र के बच्चों के लिए इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी भले ही दे दी है, लेकिन सरकार ने अभी 15 से 18 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन ही शुरू करने का फैसला लिया है.

देश में करीब 10 करोड़ बच्चे 15-18 साल की उम्र के

ऑफिशियल आंकड़ों के मुताबिक, देश में करीब 10 करोड़ बच्चे 15-18 साल की उम्र के बीच के हैं. सरकार का प्रयास होगा कि जल्द से जल्द इन बच्चों को वैक्सीन की पहली डोज लगा दी जाए. मालूम हो कि देश में बच्चों की वैक्सीन की मांग लंबे अरसे से की जा रही है.

30 से ज्यादा देशों में बच्चों को वैक्सीन लगाई जा रही

दुनियाभर के 30 से भी ज्यादा देश अलग-अलग शर्तों के साथ बच्चों को कोरोना वैक्सीन दे रहे हैं. क्यूबा में 2 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों को वैक्सीन लगाई जा रही है, तो वहीं साउथ कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और फिलिपींस में 12 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों का वैक्सीनेशन हो रहा है.

दूसरी और प्रिकॉशन डोज में 9 महीने का अंतर जरूरी

डॉ. आरएस शर्मा के अनुसार अगर आप 60 साल के हैं और दोनों डोज ले चुके हैं तो दूसरी डोज और जिस दिन आप रजिस्टर कर रहे हैं, उसके बीच का अंतर 9 महीने (39 सप्ताह) से अधिक है तो आप योग्य हैं. बता दें कि 60 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों को 10 जनवरी से कोरोना वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज दी जाएगी. लोग जिनका जन्म 2007 या उससे पहले हुआ है, वे सभी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.

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