Prabhat Times
जालंधर। (Revenue Scam) कोरोना कॉल के कारण आर्थिक मंदी से झेल रहे पंजाब को किसी की नज़र लग गई है। राज्य के खजाने बिल्कुल खाली हो चुके हैं। ऐसा नहीं कि राज्य में कारोबार बंद हो चुका है।
राज्य में कारोबार तो धड़ल्ले से चल रहा है लेकिन सरकार के खाते में रैविन्यू नहीं पहुंच रहा। राज्य सरकार द्वारा नियम मुताबिक रैविन्यू इकट्ठा करने के लिए बनाए गए सरकारी विभाग और तैनात अधिकारी सफेद हाथी बने हुए हैं।
हम बात कर रहे हैं एक्साईज़ विभाग की। टेक्स चोरी के धंधे पर नकेल कसने के लिए बनाए गए इस विभाग की आंखो के सामने सिर्फ जालंधर की बात करें तों रोजाना लाखों का टेक्स चोरी हो रहा है। लेकिन विभागीय अधिकारी खुली आंखो से भी सब कुछ नहीं देख पा रहे हैं।
बता दें कि ट्रांसपोर्टरों तथा विभागीय अधिकारियों को गठजोड़ का नैटवर्क दिल्ली से जालंधर और पूरे पंजाब में फैला हुआ है।
पहले व्यापारियों द्वारा मंगवाया जाने वाले दो नंबर का मॉल पहले रेलवे के ज़रिए आता था। लेकिन अब इस टेक्स चोरी के इस गंदे धंधे में संलिप्त कथित दो नंबरिए ट्रांसपोर्टरों द्वारा ट्रकों के ज़रिए धड़ल्ले से मॉल मंगवाया जा रहा है।
सूत्रों से पता चला है कि दिल्ली के एक ट्रांसपोर्टर द्वारा जालंधर, लुधियाना में दफ्तर काफी समय से खोले हुए हैं। रोजाना दिल्ली से ट्रक भर कर जालंधर तक पहुंचता है।
जिसमें व्यापारियों के अलग अलग नग होते हैं। इन ट्रकों में इलैक्ट्रानिक्स, रैडीमेड, आटो पार्टस इत्यादि सामान दो नंबर मे जालंधर पहुंचता है।

18 से 28 प्रतिशत टेक्स की हैं आईटम

सूत्रों ने बताया कि दिल्ली से दो नंबर में मंगवाई जाने वाली इलैक्ट्रानिक्स, रेडीमेड, आटो पार्टस की सभी आईटम पर राज्य सरकार द्वारा 18 से 28 प्रतिशत टैक्स होता है।
लेकिन ये सभी आईटमों के अंडर वैल्यू बिल तैयार करके मॉल दो नंबर में ट्रांसपोर्ट के ज़रिए जालंधर पहुंच जाता है।

सरकार को रोजाना लाखों का चूना

सूत्रों ने बताया कि रोजाना जालंधर के पटेल चौक तथा एच.एम.वी. कालेज के निकट स्थित ट्रांसपोर्टरों द्वारा दो नंबर का माल मंगवाया जाता है।
हैरानीजनक बात ये है कि ये ट्रक जालंधर के पटेल चौक में पैट्रोल पंप के निकट ट्रांसपोर्ट कंपनी के दफ्तर के बाहर धड़ल्ले से उतरते है और छोटे टैंपो में लाद्द कर व्यापारियों को डिलवर कर दिए जाते हैं। लेकिन विभाग के किसी अधिकारी को ये सब नज़र नहीं आता।
सरेआम हो रहे इस धंधे को रोकने के लिए तैनात अधिकारियों को फिलहाल कुछ नज़र नहीं आ रहा। इस बारे में जानकारियां मिली हैं। जल्द ही दो नंबरियों तथा विभाग की सैटिंग का खुलासा किया जाएगा।

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