Prabhat Times
जालंधर। RTI को हथियार बना कर लोगो को कथित रूप से ब्लैकमेल करने वाले आर.टी.आई. एक्टिविस्ट सिरमनजीत सिंह को बीती रात पुलिस ने हिरासत में लिया।
सिमरनजीत सिंह पर पंजाब खादी बोर्ड के सदस्य तथा कांग्रेस के पूर्व पार्षद मेजर सिंह ने ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है।
थाना बारादरी की पुलिस ने आरोपी सिमरनजीत सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। थाना नई बारादरी के एस.एच.ओ. रविन्द्र का कहना है कि केस दर्ज कर सिमरनदीप को इनवेस्टीगेशन ज्वाईन करवाई गई है। जांच के पश्चात ही गिरफ्तारी होगी।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मेजर सिंह ने बताया कि माडल हाऊस चौक में स्थित बिल्डिंग (दाना पानी रेस्तरां) के ऊपर वे कुछ अस्थायी बदलाव कर रहे थे। जिसे लेकर सिमरनदीप ने शिकायत कर दी। बाद में उनसे 5 लाख रूपए की मांग करने लगा।
मेजर सिंह ने बताया कि करीब एक महीना पहले उन्होनें सिमरनदीप के खिलाफ पुलिस कमिश्नर को शिकायत भी दी थी। जो कि अभी लंबित है।
मेजर सिंह ने आरोप लगाया कि सिमरनदीप द्वारा उन्हें ब्लैकमेल कर रूपए देने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था।
मेजर सिंह का आरोप है कि उनसे 5 लाख रूपए की मांग की। बीती शाम उन्होेने सिमरनदीप को पुड्डा दफ्तर के निकट बुलाया। उन्होने उसे डेढ लाख रूपए दिए। जो कि सिमरनदीप ने ले लिए लेकिन उसने 5 लाख पूरा करने के लिए कहा।
मेजर सिंह का आरोप है कि उन्होने और रूपए देने से इंकार किया तो नौबत हाथापाई तक पहुंच गई।
आरोप है कि सिमरनदीप के साथ आए एक युवक ने पिस्टल निकाल ली। लेकिन उन्होने सिमरनदीप को काबू कर थाना नई बारादरी की पुलिस के हवाले कर दिया।
मेजर सिंह ने कमिश्नरेट पुलिस पर भी ढिलमुल नीति अपनाने का आरोप लगाया। जिस कारण उन्हें देर रात तक थाना के बाहर धरने पर बैठना पड़ा।
जिसके पश्चात तड़कसार 3.30 बजे पुलिस ने केस दर्ज कर एफ.आई.आर. की कापी उन्हें दी। पुलिस ने सिमरनदीप के खिलाफ केस दर्ज किया है।

फेसबुक पर लाईव होकर सिमरनदीप ने बताया पक्ष

सुबह फेसबुक पर लाईव होकर सिमरनदीप ने कहा कि उसके खिलाफ लगाए गए आरोप बेबुनियाद बताते हुए अवैध कालोनियों को लेकर खुलासे किए हैं।
बीती शाम उन्हें डी.सी. दफ्तर के निकट गाड़ी पार्क करते ही उन पर हमला हुआ और मारपीट की गई।
जिसमें वे घायल हो गए। सिमरनदीप ने कहा कि उनके द्वारा पहले रैड लाईट को लेकर अदालत में याचिका दायर की थी और फिर अवैध कालोनियों को लेकर याचिका दायर की थी।
सिमरनदीप ने विधायक पर भी संरक्षण देने का आरोप लगाया। जिस पर  सिमरनदीप ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि अदालत से इंसाफ मिलेगा।

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