Prabhat Times
जालंधर। (SGL Charitable Hospital) महानगर जालंंधर से देर शाम एक बार फिर बड़ी खबर है। पता चला है कि देर शाम गढ़ा रोड़ पर स्थित एस.जी.एल. चैरीटेबल अस्पताल में जब्रदस्त हंगामे की सूचना है।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि उनके मरीज़ की मृत्यु हो चुकी है, लेकिन अस्पताल द्वारा ईलाज के नाम पर मोटा बिल बनाया जा रहा है। उधर, इस मामले में अस्पताल प्रबंधन का पक्ष फिलहाल सामने नहीं आया है। थाना नम्बर 7 की पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है।
मरीज सतवंत चंद्र वासी फिल्लौर के परिजनों ने बताया कि दो दिन पहले वे मरीज़ को हाई ब्लड प्रैशर की शिकायत होने पर यहां लाए थे। अस्पताल में ईलाज शुरू किया गया। लेकिन बीती रात उन्हें बताया गया कि मरीज़ की कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव है।
परिजनों का आरोप है कि सुबह तक मरीज़ से उनकी बात हुई, लेकिन अब अस्पताल के डाक्टर उन्हें मिलने नहीं दे रहे हैं। सतवंत के परिजनों ने आशंका जताई कि उनके मरीज़ की मृत्यु हो चुकी है। क्योंकि शरीर में कोई हिलजुल नहीं है। उन्हें मरीज़ के पास भी नहीं जाने दिया जा रहा।
इसी बीच पता चला है कि परिजनों के हंगामे के पश्चात अस्पताल प्रबंधक ने मरीज की मृत्यु की है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि हंगामे के दौरान ही मरीज़ की मृत्यु हुई है।
पुलिस ने भी मरीज की मौत की पुष्टि की है। अस्पताल में जब्रदस्त हंगामा चल रहा है। परिजनों का कहना है कि अभी भी उन्हें नहीं बताया गया कि मरीज की मृत्यु हो चुकी है।
सूचना मिलते ही थाना नंबर 7 के एस.एच.ओ. रमनदीप सिंह पुलिस फोर्स सहित मौके पर पहुंचे हैं। पुलिस का कहना है कि परिजनों की शंका है। अस्पताल के डाक्टर को बुलाया गया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जांच के पश्चात ही कार्रवाई की जाएगी।

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