Prabhat Times
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ धरना दे रहे किसान 26 मार्च को ट्रैक्टर रैली निकालने पर अड़े हैं. सरकार की ओर से कानून स्थगित करने का प्रस्ताव किसान ठुकरा चुके हैं. दिल्ली पुलिस की ओर से गणतंत्र दिवस के दिन सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देकर ट्रैक्टर रैली निकालने से किसानों को रोकने के लिए मान-मनौव्वल भी फेल रही है. अब किसानों ने बाधा डालने की साजिश रचे जाने का आरोप लगाया है. किसानों ने सिंघु बॉर्डर से एक संदिग्ध को पकड़ा है.
किसानों ने सिंघु बॉर्डर से जिस संदिग्ध को पकड़ा है, उसने कथित तौर पर सोनीपत के राई थाने के एक पुलिस अधिकारी का नाम लिया है. संदिग्ध का कहना है कि इस अधिकारी ने 26 जनवरी को कुछ गलत होने पर मंच पर बैठने वाले चार किसान नेताओं को गोली मारने की साजिश रची है. अधिकारी ने उन चार नेताओं की तस्वीर भी साझा कर रखी है. किसानों ने पकड़े गए संदिग्ध को मीडिया के सामने भी पेश किया.
संदिग्ध ने खुलासा किया है कि प्रदर्शनकारी किसान हथियार लेकर जा रहे हैं या नहीं, यह पता लगाने के लिए दो टीमें लगाई गई हैं. वह खुद 19 जनवरी से सिंघु बॉर्डर पर है. उसने कहा कि 26 जनवरी के दिन उनकी योजना प्रदर्शनकारी किसानों में ही मिल जाने की थी. अगर प्रदर्शनकारी परेड के साथ निकलते तो हमें उनपर फायर करने के लिए कहा गया था.
किसान नेता जगजीत सिंह दलेवाल ने कहा कि पकड़े गए संदिग्ध ने प्रदर्शनकारियों पर प्रदर्शन स्थल के करीब एक लड़की से छेड़खानी का आरोप लगा बदनाम करने की कोशिश की. जब उसे पकड़ा गया, उसने यह स्वीकार किया कि वह यह देखने के लिए हंगामा कराने की कोशिश कर रहा था कि किसी प्रदर्शनकारी के पास कोई हथियार तो नहीं. बाद में उसने कई खुलासे किए.
दिल्ली पुलिस की ओर से कहा गया है कि इस संबंध में उसे कोई जानकारी नहीं है. पुलिस को कोई शिकायत नहीं मिली है. पुलिस की ओर से यह भी कहा गया कि यदि किसानों ने किसी संदिग्ध को पकड़ा तो उसे हमें सौंपें. हम पूछताछ करेंगे.

सोनीपत का निवासी है आरोपी योगेश

सिंघु बॉर्डर से पकड़े गए युवक को क्राइम ब्रांच के दफ्तर ले जाया गया, जहां उससे पूछताछ की जा रही है. आरोपी योगेश सोनीपत के न्यू जीवन नगर का निवासी बताया जा रहा है. पुलिस के मुताबिक वह 9वीं फेल है. उसका पहले कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं रहा है.

बोले एस.एच.ओ. थाना में नहीं है कोई प्रदीप

राई थाने के SHO विवेक मालिक ने आज तक से बातचीत में कहा कि ”मैं खुद प्रेस कांफ्रेंस लाइव सुन रहा था. लड़का बोल रहा है SHO राई ने प्लान बनाया, जबकि एक किसान नेता पीसी में लड़के की बात काट रहे हैं और कह रहे हैं कि हमें नहीं मालूम कि कौन SHO है.”
SHO राई ने कहा कि ”मैं प्रेस कांफ्रेंस पर इसलिए नजर रखता हूं क्योंकि हमारे यहां भी किसान धरने पर बैठे हैं, मेरा इलाका भी अफेक्टेड है. मेरे थाने में, मेरे स्टाफ में प्रदीप नाम का कोई भी व्यक्ति नहीं है”
SHO विवेक मलिक ने आज तक से कहा ”मैं पुलिसिंग का ही काम करता हूं और कोई काम नहीं करता और इस तरह के घटिया काम करता नहीं.”
आजतक से बातचीत करते हुए SHO का कहा ”अब कोई पुलिस की वर्दी पहन कर किसानों की तरफ गोली चला सकता है. किसानों के बीच पुलिस का क्या काम? पिछले दिनों ट्रैक्टर मार्च था, उसमें भी पुलिस नहीं थी सिर्फ किसान थे, मैं कोई चोर थोड़ी हूं जो भागूं. मैं थाने में बैठा हूं”.
आपको बता दें कि इस मामले में पुलिस गहनता के साथ जांच कर रही है. डीएसपी क्राइम ब्रांच हंसराज सिंह आरोपी योगेश से लगातार पूछताछ कर रहे हैं. योगेश ने खुलासा किया है कि वह दिल्ली स्थित अपने एक रिश्तेदार के घर किसी कार्यक्रम में गया था. जब वहां से 19 तारीख को लौटा तब किसानों ने उसको कैच कर लिया. तब से वह किसानों के साथ ही था. पुलिस इस मामले पर योगेश के साथ-साथ किसानों से भी पूछताछ कर रही है.

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