Prabhat Times
चंडीगढ़। पंजाब की कैप्टन सरकार ने कोरोना महामारी के बीच राज्य के करोड़ों लोगों को बड़ा तोहफा दिया है। कैप्टन सरकार द्वारा राज्य की जनता के लिए स्मार्ट राशन कार्ड स्कीम आज लांच कर दी है।
स्मार्ट राशन कार्ड धारक नागरिक अब राज्य मे किसी भी डिपू से राशन ले सकेगा। राज्य सरकार के इस फैसले से डिपू होल्डरों की धांधली पर नकेल कसी जा सकेगी।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने शनिवारको राज्य के 1.41 करोड़ लोगों को फायदा देते हुए स्मार्ट राशन कार्ड स्कीम लॉन्च की।
साथ ही कैप्टन अमरेंद्र ने एक अलग स्कीम की भी शुरूआत की जिसमें एन.एफ.एस.ए. के अंर्तगत आने वाले 9 लाख लोगों को सबसिडी पर राशन उपलब्ध करवाया जाएगा। इसका फंड का वहन राज्य सरकार करेगी।
राज्यवाासियों को सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए वचनबद्ध कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने ऐलान किया कि राज्य मे लाभधारकों की गिनती 1.5 करोड़ हो जाएगी और स्मार्ट राशन कार्ड स्कीम के तहत 37.5 लाख कार्ड योग्य लाभधारकों को इस महीने बांटे जाएंगे।
कैप्टन अमरेंद्र ने कहा कि केद्र सरकार द्वारा लाभधारकों की गिनती 1.41 तय की गई थी।
राज्य सरकार द्वारा बार बार ये मुद्दा केंद्र के समक्ष उठाए जाने के बावजूद एन.एफ.एस.ए. तहत कवर न होने वले 9 लाख योग्य लोगों को सबसिडी पर राशन उपलब्ध करवाने में असमर्थता जताई।
लेकिन राज्य सरकार द्वारा अपने स्तर पर योग्य लोगों को फंड स्कीम के अधीन सुविधाएं उपलब्ध करवाने का फैसला लिया गया है।
राज्य में आज 100 अलग अलग जिलों पर वीडियो कान्फ्रैसिंग के ज़रिए स्मार्ट राशन कार्ड स्कीम की शुरूआत की गई।
कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा कि इस योजना से भ्रष्टाचार खत्म होगा और कार्ड धारकों को सबसे बड़ा लाभ ये होगा कि वे राज्य के किसी भी डिपू से अब राशन ले पाएंगे।
सर्वविदित है कि राज्य सरकार की इस योजना से डिपू होल्डरों द्वारा धांधली खत्म होगी।
सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक कार्ड धारक द्वारा राज्य की किसी भी डिपू से राशन लिया जा सकेगा, इसमें कई परेशानी नहीं होगी।
क्योंकि कार्ड धारक के बायोमैट्रिक की पहचान स्मार्ट राशन कार्ड मे लगी चिप में स्टोर किए गए आंकड़ो के आधार पर की जाएगी।