Prabhat Times

प्रीत सूजी

जालंधर। पंजाब में राजनीतिक समीकरण बदल चुके हैं। साल 2017 के चुनावों तक कांग्रेस को हराने के लिए एकजुटता से काम करने वाले शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी अब अलग हो चुके हैं। दोबारा एकजुट होने की सारी संभावनाएं भी लगभग खत्म ही हो चुकी हैं।
पिछले चुनावों तक गठबंधन नियम के मुताबिक शिरोमणि अकाली दल राज्य में 94 सीट तथा भाजपा द्वारा 23 सीटों पर उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे जाते थे। ऐसी स्थिति में स्पष्ट है शिअद और भाजपा को राज्य की सभी 117 सीटों पर ही उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारने होंगे।
बेशक, पंजाब में विधानसभा चुनावों 2022 के लिए अभी एक साल से ज्यादा समय पड़ा है। लेकिन सुखबीर बादल का ‘मिशन पंजाब’ अब शुरू हो चुका है। भाजपा से अलग होने के पश्चात शिरोमणि अकाली दल सुप्रीमो सुखबीर बादल किसी भी तरह से रिस्क लेने के मूड में नहीं है।

शिअद सुप्रीमो ने बनाया मास्टर प्लान

अति सुविज्ञ सूत्रों के माने तो पंजाब जीतने के लिए शिअद सुप्रीमो सुखबीर बादल ने मास्टर प्लान लगभग तैयार कर लिया है। शिअद सुप्रीमो सुखबीर बादल राज्य में सत्ता हासिल करने के लिए दिन रात एक किए हुए हैं।
शिअद सुप्रीमो ने अभी से ही हर एक विधानसभा सीट को लेकर होम वर्क किया जा रहा है। हर विधानसभा हल्का में वोट बैंक को मद्देनज़र रखते हुए उम्मीदवारों की तलाश शुरू कर चुके हैं।

दोआबा में वर्किंग शुरू

पंजाब की सत्ता हासिल करने के लिए अहम माने जाते दोआबा के जालंधर एरिया में शिअद सुप्रीमो की गतिविधियां काफी तेज हैं। क्योंकि इससे पहले जालंधर शहर के विधानसभा हल्का सैंट्रल, नार्थ, वैस्ट भाजपा के हिस्से में थी।
जबकि जालंधर कैंट, आदमपुर, करतारपुर, नकोदर, शाहकोट, फिल्लौर शिरोमणि अकाली दल के हिस्से थी। सीधे लफ्ज़ों में कहा जाए तो जालंधर शहर में भाजपा के उम्मीदवार होते तो देहात एरिया में शिअद के।
लेकिन अब समीकरण बिल्कुल बदल चुके हैं। ऐसा नहीं कि शिअद सुप्रीमो का ध्यान सिर्फ शहरी विधानसभा हल्कों की तरफ है। शिअद में राज्य की हर एक सीट को लेकर मंथन प्रक्रिया चल रही है।

कई उम्मीदवारों को कट सकता है पत्ता

जिला जालंधर की ही बात करें तो शिअद सुप्रीमो व उनकी टीम हर एक विधानसभा हल्का के लिए चुनाव लड़ चुके, हार चुके या जीत चुके ही उम्मीदवारों पर निर्भर नहीं है।
बल्कि सुखबीर बादल द्वारा हर सीट के लिए सिर्फ और सिर्फ विजेता उम्मीदवार की तलाश कर रहे हैं। मास्टर प्लान के तहत शिअद सुप्रीमो सुखबीर बादल की टीम गुपचुप ढंग से सर्वे शुरू कर चुकी है।
बेशक, लोकल स्तरीय कई नेता चुनाव लड़ने के ईरादे से खुद ही अपने पंसदीदा विधानसभा हल्कों में काम कर रहे हैं, लेकिन टिकट के लिए अंतिम निर्णय चुनाव नज़दीक आने पर ही शिअद सुप्रीमो द्वारा लिया जाएगा।
जालंधर के सभी विधानसभा हल्कों के बारे में बात की जाए तो उम्मीदवार कौन होंगे ये तो समय के गर्भ में है।

हर विधानसभा हल्का में होंगे बड़े धमाके

आला सूत्रों की मानें तो शिअद सुप्रीमो हर सीट पर बड़े धमाके करने के मूड में हैं। मास्टर प्लान के तहत टिकट सिर्फ उन्हीं चेहरों को मिलेगी जो सर्वे में शिअद सुप्रीमो द्वारा करवाए जा रहे सर्वे में जीत हासिल करेंगे।
ये चेहरे जरूरी नहीं कि शिअद से ही जुड़े हुए हों। सिर्फ ये जरूरी है कि शिअद की तरफ से जनता में जो चेहरा लाया जाए वे निष्पक्ष, कर्मठ, समर्पित तथा जीतने की पोज़िशन में हो।
प्रभात टाइम्ज़ द्वारा आने वाले दिनों में सभी विधानसभा हल्कों में वोट बैंक और संभावित उम्मीदवारों को लेकर चर्चा की जाएगी। 

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