Prabhat Times
फिरोज़पुर। (Sukhpal Nannu Resigned BJP) कृषि कानूनों को लेकर पंजाब में विरोध झेल रहे भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का सब्र भी खत्म होता जा रहा है। कई दशकों तक भाजपा के साथ लॉयल्टी दिखाने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता अपने राजनीतिक भविष्य के कारण पार्टी छोड़ रहे हैं। अमृतसर के वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल जोशी द्वारा 20 अगस्त को शिअद ज्वाईन करने की घोषणा से पहले ही अचानक भाजपा की एक और विकेट गिरी है।
फिरोज़पुर से दो बाहर विधायक रहे वरिष्ठ भाजपा नेता सुखपाल सिंह नन्नू (Sukhpal Nannu) ने आज भारतीय जनता पार्टी को अलविदा कह दिया। इस बड़े फैसले की वजह सुखपाल नन्नू ने ये बताई है कि वे कृषि कानूनों पर भारतीय जनता पार्टी का हठी रवैया है। उन्हें फील हो रहा था कि वे अपने ही लोगों के खिलाफ खड़े हैं। वे अपने लोगों को नहीं छोड़ सकते। इसी वजह से वे पार्टी से ही इस्तीफा दे रहे हैं। फिलहाल स्पष्ट नहीं है कि सुखपाल नन्नू अब किस पार्टी का दामन थामेंगे।
बता दें कि नन्नू कई बार दोहरा चुके हैं कि केंद्र सरकार को कृषि कानूनों पर जल्द कोई फैसला लेना चाहिए। शहरी हलके से दो बार भाजपा विधायक रह चुके पूर्व विधायक सुखपाल सिंह नन्नू (Sukhpal Nannu) कृषि कानूनों को लेकर भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है।
बता दें कि सुखपाल नन्नू (Sukhpal Nannu) द्वारा लगातार केंद्र सरकार व हाईकमान से इस मसले को हल करने के लिए कहा जा रहा था। वे सार्वजनिक तौर पर भी ब्यान दे चुके हैं। लेकिन हाईकमान द्वारा मसला हल करने के लिए कोई निर्णय नहीं लिया गया। हालात देखते हुए आज सुखपाल सिंह नन्नू (Sukhpal Nannu) ने पार्टी पद के साथ साथ सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया।
बता दें कि सुखपाल नन्नू (Sukhpal Nannu) ने पहले कहा था कि अगर कृषि बिलों पर केंद्र ने जल्द ही कोई समाधान न निकाला तो राज्य के गांवो में पार्टी के बूथ तक नहीं लगेंगे। सुखपाल नन्नू (Sukhpal Nannu) ने कहा कि किसान संघर्ष के दौरान बहुत कीमती जानें गई। हर वर्ग में निराशा और गुस्सा है। नन्नू नेक हा कि बड़ी गिनती में मेरे हल्के के लोग पार्टी छोड़ने के लिए कह रहे थे। अपने लोगों के लिए वे कुछ भी करने को तैयार हैं। सुखपाल नन्नू (Sukhpal Nannu) ने कहा कि उनके परिवार ने पिछले 46 सालों से हल्कावासियों की सेवा की है। इस विधानसभा हल्का से वे 2 बार विजेता रहे हैं। सुखपाल नन्नू (Sukhpal Nannu) ने ये भी कहा कि पिछले चुनावों ने भाजपा नेताओं ने ही उन्हें हराया और कांग्रेस को जिताया। नन्नू ने कहा कि मेरा हल्का मेरा परिवार है। वे अपने परिवार के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं।

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