Prabhat Times
जालंधर। राज्य के पूर्व सी.एम. प्रकाश सिंह बादल द्वारा पद्म विभूषण (padma vibhushan) वापस करके साबित कर दिया है कि बादल परिवार शुरू से ही पंजाब और पंजाबियों के हित में ही रहा है।
जहां भी पंजाब के हित की बात आई वहां सिर्फ और सिर्फ बादल परिवार ने ही कुर्बानियां दी है। इस तथ्य का इतिहास गवाह है। युवा नेता ने भाजपा नेताओं को नसीहत देते हुए कहा को वे अपनी कुर्सियों से ही न चिपके रहें, बल्कि गल्त को गल्त कहने हिम्मत दिखाएं।
ये बात शिरमणि अकाली दल के युवा नेता तेजिन्द्र निज्जर ने विशेष बातचीत के दौरान कहे। तेजिन्द्र निज्जर ने कहा कि कृषि विधेयक के विरोध में सबसे पहले बीबी हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दिया और फिर बादल परिवार और शिरोमणि अकाली दल किसानों के साथ डट गए।
अब आज राज्य के पूर्व सी.एम. प्रकाश सिंह बादल ने किसानों के समर्थन में पद्म विभूषण वापस करके साबित कर दिया है कि बादल परिवार को ऐसे किसी भी पद या सम्मान की जरूत नहीं जो उन्हें पंजाब और किसानों के हितों को दांव पर रख कर लिया जाए।
तेजिन्द्र निज्जर ने कहा कि बादल परिवार ने हमेशा ही पंजाब और लोगों के हित में कुर्बानियां दी है। बादल साहिब ने खुद जेल तक गए हैं।
तेजिन्द्र निज्जर ने कहा कि बादल परिवार का ये फैसला केंद्र सरकार के मुंह पर चपेट है। इस फैसले से समझ लेना चाहिए कि बादल परिवार और शिरोमणि अकाली दल अन्नदाता किसानों के साथ है।
सोशल मीडिया पर कृषि बिल को लेकर प्रचार कर रहे भाजपा नेताओँ पर तंज कसते हुए तेजिन्द्र निज्जर ने कहा कि भाजपा नेता आंखे बंद करके बैठे हैं।
किसानों के साथ हो रही धक्केशाही के विरोध में साथ आने की बजाए सोशल मीडिया पर मनघंढ़त प्रचार कर रहे हैं। तेजिन्द्र निज्जर ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा नेताओं को गल्त को गल्त कहने की हिम्मत दिखानी चाहिए।

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