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नई दिल्ली। (Coronavirus Third Wave) केंद्र सरकार ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस का तीसरा चरण अपरिहार्य है यानी इसे टाला नहीं जा सकता, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह तीसरा चरण किस वक्त पर सामने आएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इसलिए हमें इसके लिए तैयार रहना चाहिए।
नई लहर के बारे में बात करते हुए केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के विजयराघवन ने कहा कि कोरोना वायरस के नए वेरिएंट्स ज्यादा संक्रामक यानी फैलने वाले हैं। आइए जानते हैं स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी मौजूदा COVID-10 स्थिति और राज्य में टीकाकरण कार्यक्रम के बारे में प्रमुख बातें:
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि जहां शुरुआती रुझान नए कोरोना मामलों में गिरावट का था, वर्तमान में 12 राज्यों में 1 लाख से अधिक सक्रिय मामले हैं, सात राज्यों में 50,000 से 1 लाख सक्रिय मामले हैं और 17 राज्यों में 50,000 से कम सक्रिय मामले हैं। नए मामलों में प्रतिदिन लगभग 2.4 वृद्धि देखी गई है। महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश में लगभग 1.5 लाख सक्रिय मामले हैं।
कुछ क्षेत्र चिंता के हैं। बेंगलुरु में पिछले एक सप्ताह में लगभग 1.49 लाख नए मामले सामने आए। चेन्नई में 38,000 मामले सामने आए। कुछ जिलों ने मामलों को और तेजी से फैलाया है, इनमें कोझीकोड, एर्नाकुलम और गुरुग्राम शामिल हैं।
टीकाकरण के लिए उदारीकृत नीति 1 मई को शुरू की गई थी और नौ राज्यों में यह अभियान सुचारू रूप से शुरू हो गया है। 18-44 वर्ष के आयु वर्ग के 6.71 लाख लोगों को अब तक टीके लगाए गए हैं।
कोरोना मरीजों की मौतों में वृद्धि भी देखी गई है। महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा में मौत के अधिक मामले सामने आए।
वेरिएंट भी मूल स्ट्रेन के समान ही फैल रहे हैं। इसमें नए प्रकार के ट्रांसमिशन के गुण नहीं हैं। यह मनुष्यों को एक तरीके से संक्रमित करता है जो शरीर में प्रवेश पाने के बाद इसे अधिक संक्रामक बनाता है, फिर यह खुद के कई प्रतिरूप बनाता है और मूल यानी असल वायरस के रूप में आगे बढ़ता है।
दुनिया भर के वैज्ञानिक नए वेरिएंट का पूर्वानुमान लगाने और जल्दी चेतावनी के लिए संशोधित टूल विकसित करने और उनके खिलाफ काम करने में तेजी से लगे हुए हैं। यह एक गहन शोध कार्यक्रम है, जो भारत और विदेशों में हो रहा है।
टीके वर्तमान वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं। दुनिया भर में और भारत में भी नए वेरिएंट पैदा होंगे लेकिन ट्रांसमिशन बढ़ाने वाले वेरिएंट के सपाट होने की संभावना है। इम्यून इवेसिव वेरिएंट और जो रोग की गंभीरता को कम या बढ़ाते हैं, वे आगे बढ़ते रहेंगे।
यूके वेरिएंट (B.1.1.7) में गिरावट देखी जा रही है, जबकि डबल म्यूटेंट (B1.617) महाराष्ट्र में देखा गया है।
नीतियोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि यह बीमारी जानवरों से नहीं फैल रही है, यह मानव से मानव में फैलने वाला संक्रमण है।
24 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 15 फीसदी से ज्यादा कोरोना पॉजिटिविटी रेट देखने को मिला है। महाराष्ट्र में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट 24 फीसदी है।
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