Prabhat Times
जालंधर। (Rakesh Tikait warns of agitation over toll plaza prices) दिल्ली में खेती के तीन काले कानूनों के खिलाफ जंग जीत कर बुलंद हौंसले से लबालब किसान नेता राकेश टिकैत ने आज जालंधर पहुंचने पर फिर से सरकार को आंदोलन की चेतावनी दे डाली है। टिकैत ने कहा कि जिस तरह से टोल प्लाज़ा के रेट बढ़ा कर आम जनता को परेशान गया तो वे फिर से जनहित मे आंदोलन छेड़ देंगे।
हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने जा रहे किसान नेता राकेश टिकैत का जालंधर पहुंचने पर बड़ी गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। भारी भीड़ के बीच परागपुर में बनाए गए पंडाल में उन्हें पहुंचाया गया। यहां किसानों को मिठाई के साथ बाल्टियां भर बादाम भी बांटे गए।
राकेश टिकैत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह जीत आमजन के सहयोग से ही संभव हुई है। हर जाति, धर्म वर्ग के लोगों ने अनेकता में एकता का परिचय देते हुए अहंकार को सिर झुकाने पर मजबूर किया। उन्होंने कहा कि खेती कानून को रद करवाने की जीत सिर्फ किसानों की नहीं बल्कि सभी की जीत है।
किसान आंदोलन के कारण टोल प्लाजा बंद रहने और अब खुलने पर घाटा पूरा करने के लिए बढ़ाए जा रहे रेट टिकैत ने कहा कि अभी सरकारें समझ लें कि अभी आन्दोलन खत्म नहीं हुआ है। बहुत सारे मसले ऐसे हैं जिनका हल होना अभी बाकी है। यदि टोल प्लाजा के रेट जैसा कि बताया जा रहा है कि चालीस प्रतिशत बढ़ाए जा रहे हैं। इस रेशों में बढ़े तो दोबारा फिर से टोल प्लाजा बंद कर दिए जाएंगे।
उन्होंने यह भी कहा सरकार गेंहूं और धान के रेट जैसे दो-ढाई प्रतिशत बढ़ाती है उसी तरह से टोल प्लाजा के रेट भी बढ़ने चहिए। आमजन के साथ धक्केशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि रेट ज्यादा बढ़े को अगले आन्दोलन झेलने के लिए सरकार तैयार रहे।
आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के मुआवजे पर कहा कि केंद्र सरकार को स्पष्ट कर दिया गया है कि मुआवजे का पैटर्न पंजाब रहेगा। जिस तरह से पंजाब ने मुआवजा दिया है वैसे ही केंद्र सरकार देगी। सवाल पूछे जाने पर कि केंद्र के मंत्री कह रहे हैं कि सिर्फ पुलिस कार्रवाई में मरे किसानों को ही मुआवजा मिलेगा पर बोले कि पंजाब सरकार ने कौन सा पुलिस की गोली से मरने वालों मुआवजा दिया है। उन्होंने कहा कि यदि पंजाबव पैटर्न पर मुआवजा नहीं मिला तो विरोध को सरकार तैयार रहे।

अभी तो ट्रेनिंग हुई है आन्दोलन को आगे चलेंगे

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि एक साल से ज्यादा की सिंघु बॉर्डर पर अभी तक आन्दोलन की ट्रेनिंग हुई है। आन्दोलन तो अब आगे चलेंगे। युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक बहनों-माताओं ने सर्दी धूप, गर्मी, बरसात और सबसे बड़ा सरकार का अत्याचार खुद पर झेल कर परिपक्व बना लिया है। लोगों ने अपनी भाषा में अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद करने का तरीका सीख लिया है।
अब सरकारों को भी समझ लेना चाहिए कि भविष्य में यदि कोई गलत काम किया तो वह बड़े-बड़े आन्दोलनों के लिए तैयार रहें। चुनावों में समर्थन के बारे में उन्होंने कहा कि अभी पंजाब में भी दो महीने चुनाव को पड़े हैं और किसानों की बहुत सारी मांगे पेंडिंग हैं। जो इनका हल करेगा उसके बारे में संयुक्त मोर्चा की बैठक में फैसला लिया जाएगा। फिलहाल अभी इस पर कोई मंथन नहीं किया जा रहा।

लक्खोवाल ने कहा सरकार सोच ले टोल चलाने हैं बंद करवाने है

भारतीय किसान यूनियन के नेता हरिन्दर सिंह लक्खोवाल ने कहा कि जैसे कि हमारे नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जैसे गेंहूं और धान के रेट दो से ढाई प्रतिशत बढ़ते हैं वैसे ही टोल प्लाजा के रेट भी बढ़ने चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पब्लिक के साथ धक्का हुआ तो किसान मोर्चा खड़ा है, और सरकार विचार कर ले कि टोल प्लाजा चलाने हैं या बंद करवाने हैं।
उन्होने कहा कि चालीस प्रतिशत टोल में बढ़ोतरी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं जाएगी। एसा हुआ तो संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में फैसला लेकर जनहित में इसके खिलाफ भी जंग छेड़ी जाएगी। उन्होंने चुनावों में किसी एक पार्टी को समर्थन पर कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने अभी तक किसी को भी समर्थन नहीं दिया है। किसानों के मुआवजे पर कहा कि अठारह दिसंबर को पंजाब के मुख्यमंत्री से संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं की बैठक होने जा रही है उसमें फैसला होगा।

पंद्रह को हरमंदिर साहिब में होंगे नतमस्तक

अपने-अपने जत्थे लेकर निकले पंजाब के 32 जत्थेबंदियों के नेता पंद्रह दिसंबर को हरिमंदिर साहिब में इकट्ठे होंगे। वहां पर वह 380 दिनों तक चली लंबी लड़ाई को जीतने के बाद वाहेगुरु का शुकराना करेंगे। सभी की सुख समृद्धि के लिए अरदास भी करेंगे। बता दें कि सिंघु बार्डर से सभी जत्थेबंदियों के नेता अपने-अपने जत्थों के साथ वहां से अपने-अपने क्षेत्र से होते हुए हरिमंदिर साहिब में पहुंचेगे।

“प्रभात प्रीत” का नवंबर एडीशन देखने के लिए क्लिक करें

ये भी पढ़ें