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नई दिल्ली। (tomato flu government guidelines symptoms) देश में इस इस समय Tomato Flu के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. बच्चों में इस बीमारी के ज्यादा केस देखने को मिल रहे हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने एक एडवाइजरी जारी कर दी है.
इस एडवाइजरी में वो तमाम गाइडलाइन बताई गई हैं जिसका पालन करना जरूरी है. सरकार ने एक विस्तृत रिपोर्ट जारी कर Tomato Flu के लक्षण और इसके इलाज को लेकर भी बताया है.

ये हैं लक्षण

टोमैटो फ्लू एक वायरल बीमारी है, जो शरीर के कई हिस्सों पर टमाटर के आकार के छाले जैसा हो जाता है। घाव लाल रंग के छोटे रूप में शुरू होते हैं और बड़े होने पर टमाटर के समान होते हैं।
बता दे कि टोमैटो फ्लू वाले बच्चों में देखे गए शुरुआती लक्षण बुखार, चकत्ते और जोड़ों में दर्द आदि हैं। इसके अलावा त्वचा पर रैशेज होने से भी त्वचा में जलन हो सकती है।
अब वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अन्य वायरल संक्रमणों की लक्षण की तरह, थकान, मतली, उल्टी, दस्त, बुखार, जोड़ों में सूजन, शरीर में दर्द और सामान्य इन्फ्लूएंजा जैसी समस्या शामिल हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार इस फ्लू में मुंह में छाले और त्वचा पर लाल चकत्ते होते हैं। साथ ही यह फ्लू हल्का बुखार, भूख न लगना और अक्सर गले में खराश के साथ शुरू होता है।
बुखार शुरू होने के एक या दो दिन बाद छोटे-छोटे लाल धब्बे दिखाई देने लगते हैं जो बाद में छाले और फिर अल्सर में बदल जाते हैं। यह घाव आमतौर पर जीभ, मसूड़ों, गालों, हथेलियों और तलवों के अंदर होते हैं।
इन लक्षणों वाले बच्चों में डेंगू, चिकनगुनिया, जीका वायरस, वैरीसेला-ज़ोस्टर वायरस और दाद के ट्रीटमेंट के लिए सीरोलॉजिकल परीक्षण किए जाते हैं। यह रोग हाथ-पैर-मुंह की बीमारी का ​​रूप है जो बच्चों में आम है।
इसका इलाज भी अन्य वायरल संक्रमणों के समान है जैसे जलन और चकत्ते से राहत के लिए गर्म पानी का स्पंज, हाथों को साफ रखना, गंदगी से बचना। बुखार और शरीर में दर्द के लिए चिकित्सा संपर्क करना चाहिए।

संक्रमित होने पर क्या किया जाए?

  • पांच से सात दिनों के लिए खुद को आइसोलेट किया जाए, बीमारी ना फैले, इसका ध्यान रहे.
  • अपने आसपास के इलाके को साफ और स्वच्छ रखें. वायरल से संक्रमित बच्चे दूसरे बच्चों के साथ ना खेलें, खिलौने शेयर ना करें.
  • फफोलों को हाथ ना लगाएं, अगर ऐसा किया भी है तो तुरंत अपने हाथ धोएं
  • संक्रमित बच्चों के कपड़े, बर्तन सब अलग कर दिए जाए
  • पर्याप्त आराम मिलना जरूरी, तेज हीलिंग के लिए सोना असरदार

संक्रमित हैं, कैसे पता चलेगा?

  • Respiratory Samples के जरिए आसानी से पता लगाया जा सकता है. बीमारी के 48 घंटे के अंदर ही श्वसन के नमूने दिए जा सकते हैं.
  • Fecal (मल) Samples के जरिए भी इस वायरल का पता लगाया जा सकता है. लेकिन यहां भी सैंपल 48 घंटे के अंदर देना जरूरी है.
वैसे यहां ये जानना जरूरी हो जाता है कि अभी तक टोमैटो फ्लू की कोई अलग से दवाई नहीं है, जो दवाई वायरल होने पर दी जाती है, उसी का इस्तेमाल इसके खिलाफ भी किया जा रहा है.
अभी तक जो भी मामले सामने आए हैं, उसमें ज्यादातर 10 साल से कम उम्र के बच्चे हैं.
ऐसे में सरकार सबसे ज्यादा बच्चों के लिए चिंतित है और उन्हीं को इस वायरल से सुरक्षित रखने पर जोर दे रही है.

कैसे फैलता है Tomato Flu?

ये भी जानकारी दी गई है कि टोमैटो फ्लू का विशेष कारण जानने के लिए वैज्ञानिक अभी भी रिसर्च कर रहे हैं, लेकिन अभी इसे वायरल संक्रमण का एक रूप माना जा रहा है.
कुछ ने यह भी सुझाव दिया है कि यह डेंगू या चिकनगुनिया का दुष्प्रभाव हो सकता है.
वैज्ञानिकों के मुताबिक, इसका सोर्स एक वायरस है लेकिन अभी तक इस बारे में जानकारी सामने नहीं आई है कि यह किस वायरस के कारण फैल रहा है या किस वायरस से संबंधित है?

देश में कितना फैला Tomato Flu?

इस समय केरल में टोमेटो फ्लू के सबसे ज्यादा मामले देखने को मिल रहे हैं. जुलाई तक पांच साल से कम उम्र के 82 बच्चे इस वायरस की चपेट में आए हैं. बढ़ते मामलों को देखते हुए तमिलनाडु, कर्नाटक सरकार भी सतर्क हो गई है.

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