पठानकोट (ब्यूरो): कोरोना वायरस के बीच पंजाब में आतंक फैलाने की एक और साजिश का पंजाब पुलिस ने पर्दाफाश किया है। चौकन्नी पंजाब पुलिस ने पठानकोट एरिया से आतंकियों को गिरफ्तार करके भारी मात्रा में असला बरामद किया है।

खुलासा हुआ है कि इस असले से आतंकियों द्वारा गुरू की नगरी अमृतसर तथा कुछ अन्य स्थानों पर आतंकी वारदात की साजिश थी। जानकारी के अनुसार पुलिस को सूचना मिली की दो आतंकी कश्‍मीर की ओर से पठानकोट आ रहे हैं और वे बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं।

इसके बाद नाकों पर तलाशी कड़ी कर करके पठानकोट पुलिस ने दो आतंकी हुसैन वानी जम्‍मू-कश्‍मीर के शोपियां के हफ्सरमल और वसीम हसन वानी शाेपियां जिले के के शर्मल पीएस जैनापोरा का रहनेवाला है।

ये ट्रक में सवार होकर अमृतसर जा रहे थे। जम्मू हाईवे में चेक पोस्ट नाका पर पठानकोट पुलिस ने वाहन की तलाशी ली तो ये पकड़ गए। दोनो से हैंड ग्रेनेड, ए.के. 47 तथा भारी मात्रा में असला बरामद हुआ है।

प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि वे अमृतसर सहित कुछ स्‍थानों पर आतंकी हमले की तैयारी में थे। पुलिस ने पूरे क्षेत्र की नाकाबंदी कर दी है और अन्‍य आतंकियों के छिपे हाेने की आशंका में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आतंकियों को जम्‍मू-कश्‍मीर के पूर्व कांस्टेबल इश्फा अहमद डार ने इन्हें हथियार उपलब्ध करवाए थे। आतंकियों ने हथियारों को ट्रक में रखे सब्जी एवं फलों से छिपा दिया था ताकि पुलिस या किसी अन्य को संदेह न हो।

आतंकी आमिर हुसैन वानी पंजाब यात्रा के लिए 20 लाख रुपयों का प्रबंध हवाला के माध्यम से हुआ था। इसमें आतंकी गतिविधियों में शामिल इश्फाक अहमद डार और डॉ रमीज राजा के नजदीकी लोगों ने मदद की थी।

आतंकी आमिर इससे पहले भी पंजाब और जम्‍मू-कश्‍मीर में आ चुका है और वह हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर ए तैयबा के आतंकियों में संपर्क था। इन आतंकियों को सेना एवं पुलिस मार चुकी है। पुलिस के मुताबिक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के जरिए कश्‍मीर घाटी और पंजाब का माहौल खराब करने की साजिश रची जा रही है।