Prabhat Times
मुंबई। (Lockdown Mumbai) मुंबई में कोरोना वायरस को लेकर हालात बद से बदत्तर हो चुके हैं। पिछले कई दिनों से राज्य के सी.एम. उद्धव ठाकरे द्वारा हर विभाग के साथ बैठक करके लॉकडाउन के हर फायदे नुकसान पर विचार किया गया। हालात देखते हुए आज रात उद्धव ठाकरे ने जनता को संबोधन किया और बड़ा ऐलान किया है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य में बुधवार रात से ब्रेक दी चेन मुहिम शुरू की जा रही है।  सभी की सेहत सुरक्षा के लिए पाबंदीयां लगानी पड़ रही है। महाराष्ट्र में बुधवार रात 8 बजे से पाबंदीयां लागू होंगी। राज्य में धारा 144 लगा दी गई है।
अगले 15 दिन के लिए पूरा राज्य में संचारबंदी लागू होगी। बेवजह घूमने पर पूरी पाबंदी रहेगी। किसी भी व्यक्ति को आवश्यक काम होने पर ही घरों से निकलना होगा। जनता आप तय करें कि हम ये करेंगे और वो नहीं करेंगे। अगर जरूरी काम नहीं है तो आप घर के बाहर नहीं निकलेंगे, इसे जनता कर्फ्यू जैसा समझें।
राज्य में लॉकडाउन नहीं लेकिन पाबंदीयां जरूरी है। जरूरी सेवाएं छोड़ कर सभी दफ्तर बंद रहेंगे। बैंक बंद नहीं होंगे। ई-कामर्स की सेवाएं भी चलेंगी।
पत्रकारों को भी आने जाने की अनुमति रहेगी। पैट्रोल पंप, प्राईवेट सुरक्षा कर्मियों को भी इजाजत होगी। ट्रांसपोर्ट बंद नहीं होगी। होटल रेस्तरां की होम डिलवरी कर सकेंगे।
गरीब जनता के लिए 2 किलो चावल और 3 किलो गेहूं अगले एक महीने तक सरकार के राशन कार्ड होल्डरों को दिया जाएगा। ये फायदा राज्य के 7 करोड़ लोगों को होगा। जनता को आर्थिक मदद भी दी जाएगी।
ट्रांसपोर्टेशन बंद नहीं हो रहा है, ये सभी चीजें सिर्फ जरूरी चीजों के लिए खुली रहेंगीं। जो कंस्ट्रक्शन के लोग हैं, उनसे विनती है कि जहां पर काम चल रहा है वहीं मजदूरों के रहने की व्यवस्था करें।
सी.एम. ने कहा कि राज्य में कोरोना आउट आफ कंट्रोल हो चुका है। हालात डरावने हो चुके हैं। पिछले 24 घण्टे में मुंबई में 7898 मरीज़ों की रिपोर्ट पॉज़िटिव आई है तथा 26 लोगों की मृत्यु हुई है। परीक्षाएं टाल दी गई हैं। कोरोना के कारण मुंबई में 970 बिल्डिंग सील की जा चुकी हैं। मृत्यु का आंकड़ा भी राज्य में सबसे ज्यादा है।
अस्पताल बढ़े, बेड बढ़े फिर भी राज्य में कोरोना पर कंट्रोल नहीं है। ऑक्सीजन का पूरा इस्तेमाल सिर्फ स्वास्थ्य सेवा पर हो रहा है। 100 फीसदी ऑक्सीजन का इस्तेमाल लोगों की जान बचाने के लिए हो रहा है।
सिस्टम किसी भी वक्त क्रैश कर सकता है। हम मौत की एक भी डिटेल छिपा नहीं रहे हैं। हमने पीएम मोदी के साथ बैठक में अपील की। हमने कारखाने और अन्य उद्योग से विनती की है कि वो हमें ऑक्सीजन दें।
वहां से ऑक्सीजन मिल रही है। लेकिन अन्य राज्यों से हमें ऑक्सीजन लाने की इजाजत मिले। उद्धव ठाकरे ने कहा कि सड़क मार्ग से ऑक्सीज़न आ रही है, लेकिन अगर हवाई मार्ग से भी ऑक्सीज़न मिले तो बेहतर होगा।
केंद्र से भी मांग है कि जी.एस.टी. रिटर्न फाईल करने की डेडलाईन और बढ़ाई जाए। ताकि लोगों को किसी भी तरह से दिक्कत न हो। लघु उद्योगों को रिटर्न फाईल करने के लिए 3 माह तक अवधि बढ़ाई जाए।
उद्धव ठाकरे ने केंद्र से वैक्सीनेशन प्रक्रिया को और तेज करने के लिए कहा है। लेकिन अगर वैक्सीनेशन ज्यादा से ज्यादा हो तो मृत्यु का आंकड़ा कंट्रोल में हो सकता है। जानी नुकसान नहीं होगा।
वैक्सीनेशन से कोरोना की आने वाली लहर कमजोर होगी। ब्रिटेन ने भी इसी तकनीक पर काम किया था। लॉकडाउन के दौरान वैक्सीनेशन प्रक्रिया और तेजी की गई थी। जिसका फायदा मिला। मृत्यु दर कम हुई।
उद्धव ठाकरे ने हैल्थ विभागों से रिटायर्ड हुए डाक्टरों व अन्य स्टाफ को अपील की है कि वे इस महामारी में दोबारा डियूटी पर आकर सरकार और पब्लिक की मदद करें। सभी राजनीतिक पार्टियों से अपील है कि इस मौके पर राजनीति न करें। प्रधानमंत्री से भी कहा था कि सभी पार्टियों को एक प्लेटफार्म पर लाकर संकट से लड़ें।
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