Prabhat Times
नई दिल्ली। अमरीका में राष्ट्रपति चुनाव परिणाम ( US Presidential Election Result 2020 ) को लेकर अभी भी सियासी घमासान जारी है और इस सियासी संग्राम के बीच डोनाल्ड ट्रंप को एक बड़ा झटका लगा है।
दरअसल, अमरीका की एक संघीय अदालत ने राष्ट्रपति चुनावों से जुड़े एक मामले की सुनवाई करते हुए डोनाल्ड ट्रंप के दावे को खारिज कर दिया और कहा कि हम जो बिडेन ( Joe Biden ) की जीत पर रोक नहीं लगा सकते हैं, क्योंकि देश की जनता राष्ट्रपति चुनती है, वकील नहीं।
डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump ) के चुनाव अभियान टीम ने पेंसिल्वानिया में चुनाव में धांधली होने की शिकायत की थी और कार्ट से मांग की थी बिडेन की जीत को खारिज किया जाए। इसपर कोर्ट ने बिडेन की जीत पर रोक लगाने से इनकार कर दिया।
पेसिंलवेनिया की अदालन ने ट्रंप के चुनाव अभियान समिति की ओर से दाखिल की गई दलीलों की समीक्षा करते हुए चुनाव में धोखाधड़ी होने के तमाम आरोपों को खारिज कर दिया।
कोर्ट ने निर्णय देते हुए कहा कि निष्पक्ष चुनाव लोकतंत्र के लिए जरूरी हैं। गड़बड़ी के मामले गंभीर होते हैं, लेकिन बिना कोई सबूत के आरोप लगाना उससे भी ज्यादा गंभीर है।
तीन जजों की बेंच ने सुनवाई करते हुए सर्वसम्मति से कहा कि ट्रंप अभियान की ओर से धोखाधड़ी और अनुचित कार्यवाही के आरोपों के पक्ष में कोई सबूत नहीं दिए गए, इसलिए उनके दावे को खारिज किया जाता है।

ट्रंप ने चुनाव परिणाम को दी थी चुनौती

बता दें कि अदालत का यह फैसला पेंसिलवेनिया में ट्रंप के प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन को 20 इलेक्टोरल वोट के साथ जीत की घोषणा के बाद आया है।
अपने फैसले में कोर्ट ने कहा कि चुनाव में धोखाधड़ी और अनुचित कार्यवाही का आरोप गंभीर है, लेकिन सिर्फ ऐसा कह देने से नहीं हो सकता है, बल्कि प्रमाण भी देने होते हैं।
कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि अनुचित आरोप के रस शीशे को सोना नहीं बना सकता है। ट्रंप की चुनाव अभियान टीम ने निचली अदालत के फैसले के खिलाफ अपील की थी।
इससे पहले देशभर के कई अदालतों में रिपब्लिकन समर्थकों ने धांधली की शिकायत दर्ज कराई थी और दर्जनों बार हार का मुंह देखना पड़ा है।
हालांकि इतने बार अदालत से भी झटका लगने के बाद डोनाल्ड ट्रंप अपनी हार स्वीकार करने को तैयार नहीं है।
ट्रंप बार-बार ये दोहरा रहे हैं कि चुनाव में धांधली हुई है। गुरुवार को जब एक रिपोर्टर ने ट्रंप से पूछा तो उन्होंने कहा बस आप इतना समझ लिजिए कि यह चुनाव एक धोखा था।
मालूम हो कि बीते दिन ट्रंप ने अपनी हार स्वीकार करते हुए ये कहा था कि यदि जो बिडेन ने इलेक्टोरल कॉलेज के चुनाव में जीत हासिल कर ली तो वे व्हाइट हाउस को छोड़ देंगे।
हालांकि यहां पर भी उन्होंने बिडेन के 8 करोड़ से अधिक वोट हासिल किए जाने को लेकर सवाल खड़े किए थे।

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