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चंडीगढ़। (waris punjab de amritpal singh operation punjab police) खालिस्तान समर्थक और “वारिस पंजाब दे” का मुखिया अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) 5 दिन से फरार है.

वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह की खोज में पंजाब पुलिस लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है.

वही जांच एजेंसियां अमृतपाल के वित्तीय लेन-देन पर भी नजर रखने की कोशिश कर रही हैं.

इस दौरान जांच में सामने आया है कि वारिस पंजाब दे के संगठन से जुड़े पांच लोगों के खातों में साल 2016 से लेकर अब तक करीब 40 करोड़ रुपये से अधिक की लेनदेन की गई है. पुलिस अब हर मामले की बारीकी से जांच कर रही है.

पुलिस ने विदेशी फंडिंग को लेकर अमृतपाल के परिवार का बैंक अकाउंट खंगालना शुरू कर दिया है. अमृतपाल ने हाल ही में ब्रिटिश नागरिक किरणदीप कौर (Kirandeep Kaur) से शादी की थी.

बताया जा रहा है कि वह बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) की सदस्य रही है. उसके भी बैंक खाते खंगाले जा रहे हैं कि उसने कहीं “वारिस पंजाब दे” संगठन को फंडिंग तो नहीं की है.

मृतक किसानों के नाम पर लिया गया रुपया

जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि किसान आंदोलन के समय दिल्ली की सीमा पर जान गंवाने वाले परिवारों को आर्थिक सहायता देने के नाम पर भी यह रुपया प्राप्त किया गया है.

इसके अलावा एक मामले में यह भी पाया गया है कि धार्मिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के नाम पर भी यह रुपया लिया गया है.

सूत्रों की माने तो 35 करोड़ रुपए से ज्यादा तो अमृतपाल के सहयोगी दलजीत सिंह कलसी द्वारा प्राप्त किए गए थे, जिसे पंजाब पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है.

हाल ही के दिनों में मिला ज्यादा पैसा

सूत्रों की माने तो जिन सालों में ये रुपयों का लेनदेन किया गया, उसकी जांच की जा रही है. हाल ही के दिनों में कुछ लोगों को बड़ी मात्रा में रुपया मिलना शुरू हुआ था. जबकि पिछले सालों के दौरान कुछ कम रुपया मिल रहा था.

पैसों की जो लेन-देन की गई है  नकद जमा, तत्काल भुगतान सेवा (आईएमपीएस) और यूपीआई के माध्यम से की गई है.

इस लेनदेन के अनुसार जो बड़ा पैटर्न देखने को मिला है वो है कि लगभग चार-पांच करोड़ रुपए की लेनदेन एटीएम के माध्यम से की गई है.

करीब 12 देशों से हुआ लेनदेन

सूत्रों का कहना है कि रुपयों का लेनदेन करीब 12 विभिन्न देशों से किया गया है.  दूसरी ओर अमृतपाल की तलाश जारी है.

उसके काफिले में शामिल होने वाली गाड़ियों को पुलिस ने जब्त किया है. इसमें तीन एसयूवी – एक मर्सिडीज, एक इसुजु और एक फोर्ड एंडेवर कारें शामिल है. अब यह जांच की जा रही है कि इन वाहनों को खरीदा गया है या उपहार में मिले है.

वारिस पंजाब दे के चीफ अमृतपाल की तलाश के दौरान पुलिस ने वो मोटर साइकल बरामद किया है, जिस बाइक से वह भागा था।

बाइक जालंधर से करीब 45 किलोमीटर दूर दारापुर इलाके में लावारिस हालत में मिली।

उधर, पुलिस ने दोपहर लगभग 12 बजे अमृतपाल की मां से पूछताछ की। हालांकि, अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि पूछताछ किस मामले को लेकर की गई है।

अब तक 154 लोग अरेस्ट, असला बरामद

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के लिए पंजाब में जगह-जगह नाकेबंदी की गई है. राज्यों के बॉर्डर सील कर दिए गए हैं. पुलिस लगातार उसके करीबियों को गिरफ्तार कर रही है.

अब तक 154 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है. बठिंडा रेंज से 70 लोगों को हिरासत में लिया गया है.

वहीं अमृतपाल के नेपाल भागने की आशंका के चलते उत्तराखंड में भारत-नेपाल सीमा पर भी चेंकिग बढ़ा दी गई है.

18 मार्च को अमृतपाल की गिरफ्तारी का पुलिस ने प्लान बनाया था लेकिन वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका और फरार हो गया. अब पुलिस उसे पकड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है.

आइए जानते हैं कि अब तक पुलिस की कार्रवाई 

– अमृतपाल सिंह को 18 मार्च को पुलिस ने पकड़ने की कोशिश की लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया. इसके बाद से वहल लगातार गाड़ियां और अपना हुलिया बदलकर पुलिस से बचने की कोशिश कर रहा है. वहीं उसके खिलाफ कार्रवाई पर बवाल होने और अफवाह फैलने के डर से 19 मार्च को पुलिस ने इंटरनेट बैन कर दिया. इसके अलावा इलाके में धारा-144 लागू कर दिया गया

– पंजाब में सुरक्षा व्यवस्था को हाई अलर्ट पर रख दिया गया. भारी सुरक्षाबल तैनात कर दिया गया. फिरोजपुर, बठिंडा, फरीदकोट, बटाला, होशियारपुर, मोगा और जालंधर समेत तमाम जिलों में पुलिस और सुरक्षाबलों ने फ्लैग मार्च किया.

– पुलिस ने 19 मार्च को बिना देरी अमृतपाल से जुड़े 112 लोगों को अरेस्ट कर लिया. पुलिस को उनके पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए. जानकारी के मुताबिक पुलिस को 7 अवैध हथियार, 300 बुलेट और तीन गाड़ियां बरामद हुईं. पुलिस ने अमृतपाल के फाइनेंसर दलजीत सिंह कलसी को भी पकड़ लिया.

– इसके बाद पुलिस पुलिस ने अमृपतपाल के चार बेहद करीबी सहयोगियों सरबजीत सिंह कलसी, भगवंत सिंह, गुरमीत सिंह गिल और बसंत सिंह को पकड़ा और उन्हें डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल ट्रांसफर कर दिया.

– पुलिस ने अमृतपाल के कई ठिकानो पर छापे मारी की. जांच में पता चला कि वह नशामुक्ति केंद्र के बहाने युवाओं को मानव बम बनाने के लिए उकसाता था. उसने आनंदपुर खालसा फ्रंट (AKF) नाम की प्रइावेट आर्मी भी बना रखी थी. पुलिस को उसके ठिकाने से AKF लिखे हथियार, गोला-बारूद, यूनिफॉर्म और जैकेट भी मिलीं.

– पुलिस को जालंधर में महतपुर के सलीना गांव से अमृतपाल की PB 10 FW6797 नंबर वाली एक लावारिस ईसूजूकार बरामद हुई. अमृतपाल इसी गाड़ी से भागा था. इस गाड़ी से एक 315 बोर राइफल समेत 57 जिंदा कारतूस, एक तलवार और एक वॉकी-टॉकी सेट बरामद किया गया है. यह गाड़ी अनोखरवाल के मनप्रीत सिंह पर है, जिसे बाद में पुलिस ने अरेस्ट कर लिया. जालंधर एसएसपी स्वर्णदीप सिंह ने बताया कि अमृतपाल सिंह जिस बाइक से भागा था, पुलिस ने वो बाइक भी बरामद कर ली है.

– पुलिस ने 20 मार्च को उसके चाचा हरजीत सिंह और उसके ड्राइवर को अरेस्ट कर लिया. दोनों ने पुलिस के सामने सरेंडर किया था. हरजीत सिंह के पास से पुलिस ने एक 32 बोर की पिस्टल और एक लाख रुपये कैश बरामद हुआ था.

– अमृतपाल का समर्थन करने पर और पुलिस के एक्शन का विरोध करने पर पंजाब सरकार ने शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के सांसद सिमरनजीत सिंह मान समेत 75 यूजर्स के ट्विटर हैंडल सस्पेंड कर दिए गए. सिमरनजीत ने अमृतपाल के एनकाउंटर की आशंका जताई थी.

– पंजाब ही नहीं उत्तराखंड की पुलिस भी इस मामले में सक्रिय है. शहर के पुलिस अधीक्षक मनोज कत्याल ने बताया कि पुलिस अमृतपाल सिंह और उसके साथियों की तलाश में उधम सिंह नगर में गुरुद्वारों, होटलों और भारत-नेपाल सीमा पर इलाकों में तलाशी अभियान चला रही है.

– पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह की मदद करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा भागने में मदद करने वाले सात खालिस्तान समर्थकों की तस्वीरें भी जारी कर दी हैं. पंजाब ने अमृतपाल के अलावा उसके पांच साथियों पर भी नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) लगा दिया है.

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